Uttarakhand election 2022 : अल्मोड़ा में पुराने प्रतिद्वंदी फिर हैं आमने-सामने

Uttarakhand Election 2022 : अल्मोड़ा सीट (almora seat) पर सभी दलों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। राज्य बनने के बाद हुए चार विधानसभा चुनावों में दो बार कांग्रेस और दो बार भाजपा का प्रत्याशी विजयी रहा है।

Report :  Neel Mani Lal
Published By :  Ragini Sinha
Update: 2022-01-29 06:17 GMT

उत्तर प्रदेश चुनाव (Social Media)

Uttarakhand Election 2022 : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand election 2022) में अल्मोड़ा सीट (Almora assembly Seat) पर एक रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा, क्योंकि यहां भाजपा (Bjp) और कांग्रेस (Congress) ने वही प्रत्याशी उतारे हैं, जो 20 साल पहले भी आमने सामने थे।

बीजेपी और कांग्रेस ने उतारे उम्मीदवार

अल्मोड़ा सीट (almora seat) पर सभी दलों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। राज्य बनने के बाद हुए चार विधानसभा चुनावों में दो बार कांग्रेस और दो बार भाजपा का प्रत्याशी विजयी रहा है। इस बार कांग्रेस ने मनोज तिवारी (Congress candidate manoj tiwari) भाजपा ने कैलाश शर्मा (Bjp candidate kailash Sharma) को टिकट दिया है। दिलचस्प बात ये है कि 2002 और 2007 के विधानसभा चुनाव (Vidhansabha chunav) में भी भाजपा के कैलाश शर्मा और कांग्रेस के प्रत्याशी मनोज तिवारी के बीच मुकाबला हुआ था। 2002 में कैलाश शर्मा विजयी रहे थे। इसके बाद 2007 के विधानसभा चुनाव में मनोज तिवारी ने कैलाश शर्मा को हराया था। इस बार अल्मोड़ा से आप ने अमित जोशी और उक्रांद ने भानु जोशी को टिकट दिया है। 

बगावत भी कर चुके हैं कैलाश शर्मा

2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कैलाश शर्मा को दरकिनार कर रघुनाथ सिंह चौहान को टिकट दिया। इससे पार्टी में बगावत तक हो गई और कैलाश शर्मा निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए। बगावत का फायदा कांग्रेस को मिला और उसके प्रत्याशी मनाेज तिवारी चुनाव जीत गए। इस चुनावी जंग में कैलाश शर्मा 6582 मत लाए। जबकि भारतीय जनता पार्टी 1191 मतों से चुनाव हार गई। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने फिर रघुनाथ सिंह चौहान को टिकट दिया। इस बार पार्टी ने कैलाश शर्मा को मना लिया और वह चुनाव मैदान में नहीं उतरे। पार्टी को इसका फायदा भी हुआ और रघुनाथ सिंह चौहान विजयी रहे। अब 2022 में पार्टी ने रघुनाथ सिंह चौहान का टिकट काट कैलाश शर्मा को उतारा है। जबकि कांग्रेस ने मनोज तिवारी को ही पांचवीं बार टिकट दिया है। रघुनाथ सिंह क्या कुछ गुल खिलाएंगे, अब ये देखने वाली बात होगी।

ये हैं मुद्दे

अल्मोड़ा को सांस्कृतिक नगरी भी कहा जाता है। ये चंद राजाओं की राजधानी हुआ करती थी। जातीय आधार पर ये क्षेत्र मुख्य रूप से ब्राह्मण व ठाकुर मतदाता बहुल है। इसके बाद एससी व अन्य जातियां हैं। अल्मोड़ा विधानसभा क्षेत्र में कुल 88923 मतदाता हैं। जिसमें 42793 महिला व 46130 पुरुष हैं।  पिछले पांच सालों में यहां 327 मतदाता ही बढ़े हैं। अल्मोड़ा विधानसभा क्षेत्र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक रूप से अन्य विधानसभाओं से काफी आगे है। लेकिन मूलभूत समस्याएं बनी हुईं हैं जिसकी वजह  से भी लगातार लोगों का पलायन हो रहा है। भीड़, बेरोजगारी, पानी संकट, आदि समस्याएं बढ़ती ही गईं हैं। 

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