Uttarakhand Election 2022 : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए 2 फरवरी को BJP जारी कर सकती है मेनिफेस्टो
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (Uttarakhand Election 2022) के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) आगामी 2 फरवरी को अपना चुनावी घोषणा पत्र यानी मेनिफेस्टो (Manifesto) जारी कर सकती है।
Uttarakhand Election 2022 : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (Uttarakhand Election 2022) के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) आगामी 2 फरवरी को अपना चुनावी घोषणा पत्र यानी मेनिफेस्टो (Manifesto) जारी कर सकती है। एक समाचार एजेंसी के हवाले से आ रही जानकारी के अनुसार, प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) पार्टी का घोषणा पत्र जारी कर सकते हैं। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य की कुल 70 में से 59 सीटों के लिए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
वहीं, इस बार उत्तराखंड के चुनावी मिजाज पर नजर डालें तो यह कुछ अलग ही दिख रहा है। पिछले चुनाव में कांग्रेस पार्टी को छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले कई नेता अब वापस कांग्रेस की चौखट पर नजर आने लगे हैं। इसी की साथ प्रदेश में आम आदमी पार्टी (AAP), बहुजन समाज पार्टी (BSP) पहले से ही जमीन तैयार करने में जुटी है। ऐसे में हालात देखकर तो यही लग रहा है कि इस बार का चुनाव दिलचस्प होने वाला है। कांग्रेस सहित सभी पार्टियों ने अपनी अधिकतर सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
कई सीटों पर दिखेगा रोचक संघर्ष
उत्तराखंड की राजनीति में चुनावी हलचल तेज है। यहां की राजनीति में रोज नए समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं। उत्तराखंड में विधानसभा की ज्यादातर सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। देखकर तो यही लग रहे हैं कि आगामी चुनाव में कई सीटों पर रोचक संघर्ष देखने को मिल सकता है।
क्या मिथक तोड़ पाएंगे धामी?
दूसरी तरफ, उत्तराखंड की राजनीति को लेकर कई मिथक भी हैं। यहां राज्य गठन के बाद कोई भी मुख्यमंत्री दोबारा सरकार नहीं बना पाया है। वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी पर इस मिथक को तोड़ने का दबाव रहेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खटीमा विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष भुवन चंद्र कापड़ी (Bhuvan Chandra Kapri) के खिलाफ मैदान में उतारा गया है। बता दें, कि पिछले यानी 2017 के विधानसभा चुनाव में धामी ने कापड़ी को करीब 2,709 मतों के नजदीकी अंतर से हराया था।
मुख्यमंत्री धामी के लिए आसान नहीं होगा खटीमा सीट
वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एस.एस. कलेर की मौजूदगी खटीमा विधानसभा सीट के चुनावी दंगल को और रोचक बनाने में जुटी है। हालांकि, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि सीट को अपने पास रखना इस बार मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के लिए उतना भी आसान नहीं होगा। वर्ष 2002 में प्रदेश में पहले हुए विधानसभा चुनावों में तत्कालीन मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को छोड़कर कभी भी कोई मुख्यमंत्री यहां दोबारा जीत दर्ज नहीं कर पाया।
कांटे की टक्कर की उम्मीद
दूसरी ओर, उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Election) के लिए कुछ सीटों को छोड़कर सभी दलों ने अपने उम्मीदवार तय कर दिए हैं। स्थिति लगभग स्पष्ट हो चुकी है। ऐसे में इस चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी का मुकाबला मुख्य तौर पर कांग्रेस पार्टी से ही है। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) भी जोर-शोर से प्रचार में जुटी है। लेकिन, चुनावी सर्वेक्षणों की बात करें तो सर्वे एजेंसियों का ओपिनियन पोल बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर बता रही है।