Uttarakhand election 2022: नतीजों की आहट पर कांग्रेस ने उत्तराखंड में उतारे वरिष्ठ नेता, किसी स्थिति से निपटने को तैयार

Uttarakhand election : Congress एग्जिट पोल के नतीजों से गदगद होकर पार्टी के सीनियर नेताओं की तैनाती की।

Written By :  aman
Update:2022-03-09 10:16 IST

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Uttarakhand election 2022 : जिन पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के रिजल्ट कल यानी 10 मार्च को आएंगे, उनमें उत्तराखंड (Uttarakhand election 2022) भी शामिल है। एग्जिट पोल में नतीजे अपने पक्ष में आता देख अब कांग्रेस आलाकमान ने वरिष्ठ नेताओं की फौज उत्तराखंड में उतार दी है। इसके पीछे का मकसद, चुनाव बाद किसी भी संभावित खतरे से निपटना है। बता दें, कि कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने पार्टी प्रत्याशियों से समन्वय बनाने के लिए प्रदेश के जिलों में वरिष्ठ नेताओं को तैनात किया है।   

उत्तराखंड में मतगणना शुरू होने और रुझान आने में अब 24 घंटे से भी कम समय बचा है। इससे पहले, कांग्रेस ने उत्तराखंड में पार्टी के सीनियर लीडर्स की कुछ इस तरह तैनाती की है, कि परिणाम अगर उनके पक्ष में आए तो किसी भी संभावित खतरे से आसानी से निपटा जा सके। उत्तराखंड में काउंटिंग से पहले कांग्रेस ने मंगलवार को पार्टी प्रत्याशियों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए राज्य के 13 जिलों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को तैनात किया है।

किन नेताओं की हुई तैनाती 

कांग्रेस पार्टी के आलाकमान ने पार्टी सांसदों और पदाधिकारियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल सहित कई वरिष्ठ नेताओं की तैनाती उत्तराखंड में की है। इन नेताओं को चुनाव नतीजों के बाद राज्‍य केबनते -बिगड़ते सियासी हालातों के मद्देनजर उत्तराखंड भेजा गया है। पार्टी हाईकमान ने सांसद दीपेंद्र हुड्डा, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ, जीतू पटवारी, एमबी पाटिल, त्रिपुरा प्रभारी डॉ. अजॉय कुमार, एआईसीसी सचिव जरिता लियातफ्लांग, झारखंड सरकार में मंत्री बाना गुप्ता, उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव, दीपिका पांडेय सिंह को प्रदेश में जिम्मेदारी सौंपी है। ये सभी नेता देहरादून पहुंच चुके हैं। 

कांग्रेस नेता- बीजेपी कर सकती है 'खेल', हम तैयार

देहरादून पहुंच चुके अधिकतर नेता पार्टी उम्मीदवारों के साथ समन्वय स्थापित करेंगे। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद निर्वाचित विधायक, पार्टी के सीनियर लीडर्स के साथ भविष्य की रणनीति तय करेंगे। इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए, पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी ने राज्यपाल की शक्तियों का उपयोग और पैसा खर्च कर छोटे राज्यों में बहुमत हासिल करने की कोशिशें की हैं। बीजेपी उत्तराखंड में लगातार 10 वर्षों से सत्ता में है और ऐसा करने की योजना बना रही है। मोहन प्रकाश ने कहा, उनके (बीजेपी) विशेषज्ञ पहले ही यहां आ चुके हैं। लेकिन इस बार हम तैयार हैं और उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। हमें राज्य में पूर्ण बहुमत मिल रहा है।'

एग्जिट पोल ने बढ़ाई सरगर्मी 

दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान समाप्त होने के साथ ही पांचों राज्यों के लिए समाचार माध्यमों ने एग्जिट पोल दिखाने शुरू किए। बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा में 70 सीटें हैं। इन एग्जिट पोल में लंबे समय से राज्य की सत्ता से बाहर कांग्रेस पार्टी की स्थिति बेहतर नजर आ रही है। हालांकि, राज्य में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल कर सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की आवश्यकता होगी। अब कांग्रेस पार्टी इन एग्जिट पोल से गदगद होकर अपने वरिष्ठ नेताओं की तैनाती इस राज्य में कर चुकी है। 

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