Uttarakhand Election 2022: गंगोत्री सीट से बनती है सरकार, इस बार है तगड़ा मुकाबला

Uttarakhand Election 2022: यहां की गंगोत्री सीट के बारे में कहा जाता है कि जो प्रत्याशी यहां से जीतता है उसी पार्टी की सरकार प्रदेश में बनती है।

Report :  Neel Mani Lal
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-02-08 11:41 IST

राजधानी लखनऊ में चला नामंकन का दौर: Design Photo - Newstrack

Uttarakhand Election 2022: उत्तराखंड में गंगोत्री सीट सबसे हॉट सीटों में शामिल है। गंगोत्री सीट के बारे में कहा जाता है कि जो प्रत्याशी यहां से जीतता है उसी पार्टी की सरकार प्रदेश में बनती है। इसी मिथक के चलते सियासी हवा का रुख अपनी ओर करने के लिए प्रत्याशियों ने जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। यह मिथक अभिविभाजित उत्तर प्रदेश के समय से चला आ रहा है।

इस बार यहां आम आदमी पार्टी में सीएम पद के प्रत्याशी कर्नल अजय कोठियाल के मैदान में होने से चुनावी समीकरण त्रिकोणात्मक बन गए हैं। कांग्रेस से विजयपाल सजवाल और भाजपा से सुरेश चौहान मैदान में उतरे हुए हैं।

यहां भाजपा की ही सरकार बनी

धार्मिक लिहाज से गंगोत्री पूरी दुनिया में अपना विशिष्ठ महत्व रखता है। आजादी के बाद सबसे पहले आम चुनाव हुए 1952 में हुआ। 1952 में उत्तरकाशी सीट से निर्दलीय जयेंद्र सिंह बिष्ट चुनाव जीते और फिर कांग्रेस में शामिल हो गए। उस समय उत्तर प्रदेश में गोविंद बल्लभ पंत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी।

इसके बाद 1957 में विधानसभा चुनाव हुए और कांग्रेस से जयेंद्र सिह बिष्ट निर्वरोध निर्वाचित हुए। तब लखनऊ में कांग्रेस की सरकार बनी। 1958 में विधायक जयेंद्र सिंह बिष्ट की मृत्यु के बाद कांग्रेस के ही रामचंद्र उनियाल विधायक बने। 1977 में जनता पार्टी से बरफियालाल जुवांठा ने चुनाव लड़ा तो प्रदेश में जनता पार्टी की सरकार बनी।

1991 में भाजपा के ज्ञानचंद जीते और राज्य में भाजपा की ही सरकार बनी। उत्तराखंड राज्य बनने के अब तक भी यानी 2017 तक के विधानसभा चुनावों में जिस भी पार्टी का प्रत्याशी गंगोत्री-उत्तरकाशी सीट से चुनाव जीता, राज्य में उसी पार्टी की सरकार बनी। राज्य बनने के बाद इस सीट का नाम उत्तरकाशी से बदलकर गंगोत्री कर दिया गया।

आम आदमी प्रत्याशी

गंगोत्री में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल के सामने कांग्रेस उम्मीदवार विजयपाल सिंह सजवान और भाजपा उम्मीदवार सुरेश चौहान प्रमुख मुकाबले में हैं। अजय कोठियाल 2013 की बाढ़ के बाद केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य में शामिल थे। भाजपा में एंट्री न पाकर कोठियाल आप में शामिल हो गए।

2017 का चुनाव

2017 में भाजपा के गोपाल सिंह रावत ने कांग्रेस के विजयपाल सिंह सजवान को 9610 मतों के अंतर से हराकर सीट जीती थी। गोपाल सिंह रावत का पिछले साल लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था और तब से यह सीट खाली थी। 

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