Uttarakhand Election 2022: उत्तराखंड में कल पड़ेंगे वोट, पहाड़ी और बर्फीले रास्तों के बीच पोलिंग पार्टियों को बूथ पहुंचने में कड़ी मशक्कत

Uttarakhand Election 2022: उत्तराखंड में पोलिंग पार्टियों के रवाना होने की बात करें तो शनिवार को 1477 पोलिंग पार्टी रवाना की गई जबकि आज 10222 को उनके पोलिंग बूथों पर भेजा गया है।

Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-02-13 13:11 IST

उत्तराखंड चुनाव 2022 की प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

Uttarakhand Election 2022: उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए कल (14 फरवरी) एक साथ मतदान होंगे। लेकिन सबसे बड़ी समस्या पोलिंग पार्टियों के सामने आ रही है। जिन्हें दूर-दराज और पहाड़ी वाले दुर्गम पोलिंग स्टेशन तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

कुछ ऐसे पोलिंग बूथ हैं जहां सिर्फ पैदल ही पहुंचा जा सकता है ऐसे में पोलिंग पार्टियों के लिए एवीएम और वॉक्स लिए सफर करना काफी कष्टदायक हो रहा है। कर्मचारी घंटों पैदल चलकर पोलिंग बूथ की तरफ पहुंच रहे हैं, कुछ पोलिंग पार्टियां जहां शनिवार को रवाना हुई थी वहीं आज भी कई को रवाना किया गया है। इन्हें तय समय पर वहां पहुंचने है और इसके लिए वह कड़ी मशक्कत कर रहे हैं।

पहली बार बर्फबारी के बीच विधानसभा चुनाव के लिए मतदान

उत्तराखंड में पोलिंग पार्टियों के रवाना होने की बात करें तो शनिवार को 1477 पोलिंग पार्टी रवाना की गई जबकि आज 10222 को उनके पोलिंग बूथों पर भेजा गया है। इसमें सबसे ज्यादा दिक्कत बर्फबारी वाले इलाके में आ रही है क्योंकि ऐसा पहली बार हो रहा है जब बर्फबारी के बीच विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने जा रहे हैं।

उत्तरकाशी में ऐसे दुर्गम रास्तों पर 17 और पिथौरागढ़ (Pithoragarh) में 18 टीमें भेजी गई है। धारचूला (Dharchula) की मनाज प्राथमिक विद्यालय पर पोलिंग पार्टियों को पहुंचने के लिए 18 किलोमीटर पैदल रास्ता तय करना पड़ा।

कड़ी मशक्कत के बाद यहां पर कर्मचारी पहुंचे हैं, वहीं उत्तरकाशी (Uttarkashi) की पुरोला से 13 किलोमीटर चलकर पोलिंग पार्टी कलाप प्राथमिक विद्यालय पहुंचे और 14 किलोमीटर पैदल चलकर ओसल प्राथमिक विद्यालय बूथ पर पहुंचे हैं या पहुँच रहे हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि पहाड़ी और बर्फीले रास्तों के बीच पोलिंग पार्टियों को बूथों तक पहुंचने में कितना मशक्कत करनी पड़ी।

उत्तराखंड के ऐसे रास्तों को चिन्हित कर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव आयोग (Election commission) से 72 घंटे पहले ही अनुमति ले ली थी और 11 फरवरी को 35 पार्टियों को रवाना कर दिया गया था। क्योंकि उन्हें मालूम था कि अगर इन्हें पहले रवाना नहीं किया जाएगा तो वह तय समय पर वोट के समय पोलिंग बूथों पर नहीं पहुंच पाएंगे। अब कल सुबह यहां पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

उत्तराखंड में पांचवां विधानसभा चुनाव

जब से उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ है, यहां की जनता पांचवीं बार विधानसभा चुनाव में वोट देकर अपने लिए नई सरकार चुनने जा रही है। उत्तर प्रदेश से अलग हुए उत्तराखंड में अभी बीजेपी की सरकार है और इस बार बीजेपी कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है, वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी ने भी इस बार पहाड़ पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं ऐसे में यहां त्रिकोणीय मुकाबला भी देखने को मिल सकता है। इसके साथ ही सपा और बसपा के भी उम्मीदवार मैदान में हैं।

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