Uttarakhand Election Result 2022: सीएम पुष्कर धामी ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा, विधानसभा चुनाव में मिली थी हार
Uttarakhand Election Result 2022: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल के साथ राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह को इस्तीफा सौंपा है।
Uttarakhand Election Result 2022: 10 मार्च को पांच राज्यों के आए नतीजे ने कई मायनों में उस दिन को भारत की राजनीति के लिए ऐतिहासिक दिन बना दिया। बीजेपी ने उत्तर से लेकर पूर्व तक कई मिथक को तोड़ते हुए विभिन्न राज्यों में शानदार वापसी की। इसमें उत्तराखंड (Uttarakhand) भी शामिल है, जहां बारी बारी से सत्ता बदलने की परंपरा को तोड़ते हुए बीजेपी (BJP) ने इस बार अपनी सत्ता बचाए रखी। हालांकि इस चुनाव में बीजेपी का सीएम चेहरा औऱ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (pushkar singh dhami istifa) अपनी सीट नहीं बचा पाए। उन्हें खटीमा सीट (khatima seat) से कांग्रेस उम्मीदवार के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी।
सीएम धामी ने शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल के साथ राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा है। राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने उनके त्यागपत्र को स्वीकार करते हुए उनसे राज्य में नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति एवं पदभार ग्रहण होने तक पद पर बने रहने को कहा है।
सीएम को लेकर बीजेपी में मंथन
उत्तराखंड (Uttarakhand) में लगातार दूसरी बार दो – तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने वाली बीजेपी (BJP) के सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई है। चुनाव से महज कुछ समय पहले युवा चेहरे के तौर पर पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) को राज्य की बागडोर सौंपने वाली बीजेपी (BJP) के सामने अब जल्द से जल्द नया सीएम चेहरा चुनने की चुनौती है। पार्टी में दावेदारों की कमी नहीं है। नई सरकार के नेतृत्व के लिए पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक (Former CM Ramesh Pokhriyal Nishank), केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट (Union Minister Ajay Bhatt) और सतपाल महराज का नाम भी चर्चा में चल रहा है। हालांकि अधिक संभावना है कि बीजेपी विधायकों में से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाए।
धामी के लिए सीट छोड़ने की पेशकश
लगातार दो बार से विधानसभा चुनाव जीतने वाले युवा नेता पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) को जुलाई में बीजेपी नेतृत्व ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था। धामी ने राजनीतिक कौशल का परिचय देकर पार्टी हाईकमान का ध्यान खींचने में सफलता भी पाई। हालांकि वो चुनाव में अपनी सीट निकालने में कामयाब नहीं हो पाए। इस बीच चम्पावत से बीजेपी विधायक कैलाश गहतौड़ी ने उनके लिए अपनी सीट छोड़ने का ऑफर दिया है। इसे एक बड़े संदेश के तौर पर देखा जा रहा है।
बताया जा रहा है कि जिस तरह वेस्ट बंगाल में ममता बनर्जी बड़ी जीत हासिल करने के बावजूद खुद अपना चुनाव हार गईं और फिर उन्होंने टीएमसी के एक विधायक द्वारा खाली किए गए सीट से चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बनीं। ठीक उसी तरह उत्तराखंड में भी बीजेपी ये तरीका अपना सकती है। हालांकि इसपर बीजेपी की तरफ से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
उत्तराखंड के नतीजे
हरेक पांच साल पर सत्ता बदलने वाले उत्तराखंड में इस बार बीजेपी ने 47 सीट हासिल कर दो तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में दोबारा वापसी की। वहीं विपक्षी कांग्रेस एकबार फिर जीत से दूर रहते हुए 19 सीटों पर सिमट कर रह गई। वहीं अन्य खाते में 4 सीटें गईं।