Weather Effect: उत्तराखंड में नदियों में पानी घटा, बिजली संकट
Weather Effect: अभी गर्मी के मौसम की शुरुआत भी नहीं हुई है लेकिन तापमान तेजी से चढ़ने लगा है। उत्तराखंड में इसका असर नदियों के घटते जलस्तर के रूप में सामने आ रहा हूं।
Weather Effect: अभी गर्मी के मौसम की शुरुआत भी नहीं हुई है लेकिन तापमान तेजी से चढ़ने लगा है। उत्तराखंड में इसका असर नदियों के घटते जलस्तर के रूप में सामने आ रहा हूं।
बिजली उत्पादन
उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) ने विभिन्न नदियों में जल स्तर कम होने के कारण राज्य में बिजली उत्पादन में गिरावट दर्ज की है। ऐसे में उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन आसन्न चार धाम यात्रा और पर्यटन सीजन की व्यवस्था के बारे में चिंतित है।
तापमान में असामान्य वृद्धि
यूपीसीएल के अधिकारियों ने कहा कि इस साल तापमान में असामान्य वृद्धि से स्थिति प्रभावित हुई है। उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की 2020 की एक रिपोर्ट के अनुसार, पहाड़ियों में बढ़ते तापमान से ग्लेशियर प्रभावित हो रहे हैं, जिससे ये ग्लेशियर पिघल रहे हैं। बिजली निगम के सूत्रों ने कहा कि पिछले छह दिनों में उसे यूजेवीएनएल से केवल 80 लाख यूनिट बिजली मिली है। मार्च के पहले सप्ताह में प्रदेश में बिजली की रोजाना खपत करीब 3 करोड़ 90 लाख यूनिट रही है। इनमें से 72 लाख यूनिट केंद्र सरकार से आईं। हालांकि, राज्य के अपने उत्पादन में कमी आई है। पिछले हफ्ते इसमें 20 लाख यूनिट की कमी आई थी।
बिजली कटौती
उत्तराखंड जल विद्युत निगम के प्रबंध निदेशक संदीप सिंघल ने कहा, 'हमने सालाना बिजली उत्पादन का लक्ष्य हासिल कर लिया है और लक्ष्य के सापेक्ष बेहतर उत्पादन हुआ है। यूपी में एक मार्च से रामगंगा प्रोजेक्ट बंद होने की वजह से हमें 20 लाख यूनिट सप्लाई नहीं मिल पाई। उत्तर प्रदेश इस परियोजना को अपनी जरूरत के हिसाब से संचालित करता है। यूपीसीएल फिर से बाजार का सामना कर रहा है और कुछ जगहों पर अचानक बिजली कटौती हो रही है।
वैज्ञानिकों की चेतावनी
मौसम विज्ञानियों ने इस बार मार्च में मई जैसी गर्मी पड़ने का अंदेशा जताया है। इसको लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है। आने वाले दिनों में उत्तराखंड के मैदानी जिलों में तापमान तेजी से बढ़ेगा। मार्च के दूसरे हफ्ते में मैदानी इलाकों में लू तक चलने की आशंका है। खासतौर पर हरिद्वार, देहरादून, उधम सिंह नगर जिलों में गर्मी का भीषण प्रकोप देखने को मिल सकता है। मौसम में हो रहे बदलाव के चलते वैज्ञानिकों ने इस बार भीषण गर्मी पड़ने के संकेत दिए हैं।
मार्च माह में सामान्यत
अधिकतम तापमान 21 से 26 डिग्री सेल्सियस तक रहता है, लेकिन बदलते मौसम के कारण इस बार अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। औसत तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है।