उत्तराखंड से बड़ी खबर, चमोली में फिर टूटा ग्लेशियर, आपदा ने दी दस्तक
भारतीय सेना ने हिमखंड टूटने की जानकारी देते हुए बताया कि ये ग्लेशियर आईटीबीपी की 8 बीएन पोस्ट के पास मालारी और सुमना के बीच टूटा है।
चमोली: कोरोना संकट के बीच एक बार फिर प्राकृतिक आपदा ने कहर बरपाया है। उत्तराखंड में दो महीने बाद फिर से ग्लेशियर (Glacier) टूटा है। भारतीय सेना ने इस बात की पुष्टि की है।राज्य के चमोली जिले के जोशीमठ के पास बड़ा ग्लेशियर टूट गया है। ऐसे में किसी बड़े हादसे की भी संभावना उतपन्न हो गयी है।
दरअसल, इसी साल फरवरी में चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में ग्लेशियर के टूटने से बाढ़ आ गयी थीं, जिसमें सैंकड़ो लोग बह गए थे। कई लाशें तो आज तक नहीं मिली। पूरा देश उत्तराखंड में आई इस आपदा से सहम गया था। वहीं शुक्रवार को एक बार फिर चमोली के जोशीमठ के पास भारत-चीन बॉर्डर पर एक बड़ा ग्लेशियर टूट गया है।
भारतीय सेना ने हिमखंड टूटने की जानकारी देते हुए बताया कि ये ग्लेशियर आईटीबीपी की 8 बीएन पोस्ट के पास मालारी और सुमना के बीच टूटा है। बॉर्डर रोड टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल मनीष कपिल के मुताबिक, हिमखंड काफी बड़ा है। हिमखंड टूटने से ऋषिगंगा नदी का जलस्तर बढ़ सकता है।
उत्तराखंड में बदला मौसम का मिज़ाज़
फिलहाल अभी तक किसी तरह के जान माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है। लेकिन पिछली आपदा से सबक लेते हुए आईटीबीपी के जवान सतर्क हो गए हैं और निचले इलाकों पर नजर रखी जा रही है।
इसके अलावा आज पौड़ी और श्रीनगर गढ़वाल सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बर्फबारी समेत बारिश हुई है। मौसम बदलने और हिमखंड टूटने से इलाके का माहौल काफी खराब है। पिछली बार हुए हिमखंड के कारण आई बाढ़ से 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा जलविद्युत प्रोजेक्ट पूरी तरह बर्बाद हो गया था।