Uttarakhand News: विधानसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड में सियासी हलचल तेज, हरीश रावत और प्रीतम सिंह दिल्ली तलब

Uttarakhand News: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है। बुधवार को पार्टी के दिग्गज नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने पार्टी से अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने ट्वीट कर कांग्रेस संगठन पर सवाल खड़े किए थे।

Newstrack :  Network
Published By :  aman
Update: 2021-12-23 04:51 GMT

Uttarakhand News: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Election 2022) से पहले प्रदेश कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है। बुधवार को पार्टी के दिग्गज नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत (Harish Rawat News) ने पार्टी से अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने ट्वीट कर कांग्रेस संगठन पर सवाल खड़े किए थे। रावत ने ट्वीट के जरिए सियासी मैदान छोड़ विश्राम तक के संकेत दिए हैं। हरीश रावत के एकाएक नाराज होने और संगठन पर सवाल खड़े करने के राजनीतिक मायने जो भी हों, फिलहाल तो उन्हें दिल्ली तलब किया गया है। रावत के अलावा उत्तराखंड नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह (Pritam Singh) को भी पार्टी आलाकमान ने दिल्ली बुलाया है।

गौरतलब है कि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष हरीश रावत ने कल ट्वीट कर कहा था कि, 'है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है।'

कल दोनों नेताओं से मिल सकते हैं राहुल

दरअसल, उत्तराखंड कांग्रेस में ये मुश्किल पूर्व सीएम हरीश रावत के उस ट्वीट ने बढ़ाई है, जिसमें उन्होंने पार्टी संगठन के कामकाज को लेकर नाराजगी जताई थी। कयास लगाए जा रहे हैं, कि हरीश रावत की नाराजगी कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रीतम सिंह से है। यही वजह है कि पार्टी आलाकमान ने दोनों नेताओं को दिल्ली तलब किया है। ख़बरों के अनुसार, राहुल गांधी शुक्रवार को इन दोनों नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। 

कांग्रेस हालात संभालने में जुटी

जाहिर है, राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले हरीश रावत की नाराजगी कांग्रेस के लिए परेशानी खड़ा कर सकता है। उत्तराखंड में सत्ताधारी बीजेपी इस मुद्दे को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। या फिर, उत्तराखंड में पंजाब जैसे हालात बन सकते हैं। पार्टी आलाकमान उन स्थितियों का आकलन कर पहले ही संभालने की कोशिशों में जुट गई है। 

जानकार बताते हैं, कि उत्तराखंड की सियासत में हरीश रावत और प्रीतम सिंह के 'छत्तीस' के आंकड़े हैं। दोनों के बीच सियासी वर्चस्व की लड़ाई चलती रहती है। दोनों ही शह-मात में जुटे रहते हैं। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक बार फिर से दोनों नेताओं में खींचतान शुरू हो गई है। ऐसे में हरीश रावत खुद को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित करवाना चाहते हैं। लेकिन पार्टी सामूहिक नेतृत्व के साथ चुनावी मैदान में उतरने की बात सार्वजनिक तौर पर कहती रही है। 

Tags:    

Similar News