Uttarakhand: अंकिता हत्याकांड के आरोपियों के गुस्साई भीड़ ने जमकर पीटा
Uttarakhand: लोगों ने आरोपितों को ले जा रहे पुलिस वाहन का घेराव किया। ऋषिकेश में जब अंकिता हत्याकांड के तीनों आरोपी कोर्ट पहुंचे तो सैकड़ों ग्रामीणों ने आरोपियों से मारपीट की।
Uttarakhand: ऋषिकेश के एक रिज़ॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की हत्या (ankita bhandari murder) से पूरे उत्तराखंड में भूचाल आया हुआ है। इस हत्याकांड में भाजपा के पूर्व मंत्री विनोद आर्य (Former BJP Minister Vinod Arya) का बेटा पुलकित आर्य समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
लोगों ने आरोपितों को ले जा रहे पुलिस वाहन का किया घेराव
आज लोगों ने आरोपितों को ले जा रहे पुलिस वाहन का घेराव किया। मामले में शुरुआत से पुलिस की निष्क्रियता से लोगों में भारी नाराजगी है। ऋषिकेश में जब अंकिता हत्याकांड के तीनों आरोपी अंकित, सौरभ भास्कर, पुलकित आर्य को लेकर पुलिस कोर्ट में पेश करने के लिए कोटद्वार ले जा रही थी तभी सैकड़ों ग्रामीणों ने उनकी गाड़ी रोककर आरोपियों से मारपीट की।
पुलकित आर्य ऋषिकेश के वनंतरा रिज़ॉर्ट का मालिक है। आरोप है कि उसने दो साथियों के साथ रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी को शक्ति बैराज के पास गंगा में फेंक दिया था। समझा जाता है कि पुलकित आर्य, अंकिता भंडारी को ग्राहकों की 'सेवा' करने के लिए मजबूर कर रहा था। अंकिता ने अपने एक दोस्त को व्हाट्सएप चैट में बताया था कि उसे रिसॉर्ट में आने वाले वीआइपी ग्राहकों को "खुश" करने के लिए एक्स्ट्रा सर्विस देने के लिए दबाव डाला जा रहा था। इतना ही नहीं, अंकिता ने अपने साथ अश्लील हरकत किए जाने की बात भी बताई है। अंकिता उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीकोट गांव की रहने वाली थी और उसे हाल ही में आर्य के रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में नियुक्त किया गया था। वह 19 सितंबर को रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गई थी।
कौन है पुलकित
पुलकित आर्य, पूर्व मंत्री विनोद आर्य के बेटे और उत्तराखंड ओबीसी कल्याण आयोग के मौजूदा उपाध्यक्ष अंकित आर्य का भाई है। मौजूदा समय में विनोद आर्य बीजेपी ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं और यूपी के सह प्रभारी भी हैं। वो पूर्व में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। उनके दूसरे बेटे अंकित को राज्य मंत्री का दर्जा मिला है और वह इस वक्त राज्य पिछड़ा आयोग में उपाध्यक्ष है।
पुलकित आर्य लॉकडाउन के दौरान भी विवादों में आया था। तब उत्तर प्रदेश के विवादित नेता अमरमणि त्रिपाठी के साथ वह उत्तरकाशी में प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंच गया था। अमरमणि त्रिपाठी, कवियत्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के मामले में 14 साल तक जेल में रहा है।