Uttarakhand: 1 सितंबर से खुल सकते हैं पांचवीं तक के स्कूल, शिक्षा मंत्री व निजी स्कूलों की बैठक में बनी सहमति
उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे और निजी स्कूलों के बीच हुई बैठक में इस बात पर सहमति जताई है कि राज्य में एक सितंबर से पांचवीं तक के स्कूल खोले जा सकते हैं।
Uttarakhand News: उत्तराखंड में पूर्व में माध्यमिक स्कूल खुल चुके हैं। जिसके बाद जूनियर हाईस्कूलों को भी खोल दिया गया है। लेकिन अभी एक से पांचवीं तक के स्कूल बंद चल रहे हैं। इसको लेकर मंगलवार को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे और निजी स्कूलों के बीच हुई बैठक में इस बात पर सहमति जताई है कि राज्य में एक सितंबर से पांचवीं तक के स्कूल खोले जा सकते हैं।
प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. प्रेम कश्यप ने कहा कि यूपी में पांचवीं तक के स्कूल खुल गए हैं। उत्तराखंड में भी स्कूल खुलने चाहिए। प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया है कि जल्द इस मसले पर अधिकारियों की बैठक बुलाकर इस संबंध में निर्देश दिए जाएंगे। साथ में उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ने मंत्री से ऑनलाइन पढ़ाई बंद किए जाने की भी मांग की।
स्वास्थ्य विभाग से विचार विमर्श के बाद लिया जाएगा कोई निर्णय
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि इस मसले पर केंद्र के दिशा-निर्देश और स्वास्थ्य विभाग से विचार विमर्श के बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। बैठक में शिक्षा सचिव राधिका झा भी मौजूद रही। प्रदेश में पूर्व में माध्यमिक स्कूल खुल चुके हैं। जिसके बाद जूनियर हाईस्कूलों को भी खोल दिया गया है। लेकिन अभी एक से पांचवीं तक के स्कूल बंद चल रहे हैं। स्कूल एसोसिएशन की ओर से इन्हें खोले जाने की मांग की जा रही है।
एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पांच छात्राएं निकलीं कोविड पॉजिटिव
वहीं, हल्द्वानी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की 5 छात्राएं कोविड पॉजिटिव मिली हैं। अग्रिम आदेशों तक उनकी कक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। पॉजिटिव मिलीं इन छात्राओं को कोविड टीके की दोनों डोज लग चुकी हैं। पांचों को बीसी जोशी कोविड अस्पताल में रखा गया है।
वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि कोरोना के प्रति लोगों की लापरवाही बढ़ती जा रही है। सब कुछ खुलने लगा है। बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। लोग न तो मास्क लगा रहे हैं न ही सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं। जरा सी लापरवाही से कोरोना फिर चपेट में ले सकता है। गौर करने वाली बात यह भी है कि कोविड वैक्सीनेशन की दोनों डोज लगाने के बाद भी पांचों छात्राएं संक्रमित हुई हैं।