World Environment Day: CM तीरथ सिंह रावत ने लगाया रूद्राक्ष का पौधा, कहा- पर्यावरण का संरक्षण हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति एक-एक वृक्षारोपण कर पर्यावरण के संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे।
World Environment Day: आज विश्व पर्यावरण दिवस है इस मौके पर उत्तरखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड सदन के प्रांगण में वृक्ष की पवित्र प्रजाति रुद्राक्ष का पौधा रोपित किया। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) की थीम पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में आज कई घोषणाएं भी की हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अपने जीएमएस रोड स्थित भागीरथीपुरम आवास पर भी वृक्षारोपण किया। मुख्यमंत्री ने यहां पर जामुन का पेड़ लगाया।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति एक-एक वृक्षारोपण कर पर्यावरण के संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे। पर्यावरण की सुरक्षा आम आदमी के जीवन से जुड़ा विषय है। पर्यावरण का संरक्षण हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि राज्य में स्थित समस्त गांव व उनके आसपास के क्षेत्र में स्थित तालाबों/जल निकायों, जो राजस्व अभिलेखों में दर्ज हैं, उनका अगले 1 वर्ष में पुनर्जीवन किया जायेगा। वित्तीय वर्ष 2022-23 में जलवायु परिवर्तन सम्बन्धी कार्यों को मुख्यधारा में लाने के लिए क्लाईमेंट बजटिंग प्रारम्भ की जाएगी।
विश्व पर्यावरण दिवस की थीम पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली है- मुख्यमंत्री रावत
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली है। इकोसिस्टम रेस्टोरेशन के तहत पेड़ लगाकर एवं पर्यावरण की रक्षा कर हमें प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करने और इकोसिस्टम पर बढ़ते दबाव को कम करने की दिशा में विशेष ध्यान देना होगा।
पॉलिथीन मुक्त उत्तराखंड बनाने का हमारा संकल्प
सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि पॉलिथीन मुक्त उत्तराखंड बनाने का हमारा संकल्प है, जो कि आम जनता के सहयोग से ही सम्भव है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण में उत्तराखंड वासियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। प्रदेश सरकार समृद्ध जैव संसाधनों के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्ध है। उत्तराखंड अपनी वन सम्पदा और नदियों के कारण पर्यावरण संरक्षण की मुहिम का ध्वज वाहक है
उन्होंने कहा कि सरकारी प्रयासों के साथ ही जनता, जन प्रतिनिधियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं का पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन चेतना जागृत करने और इसके संवर्द्धन में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के साथ ही नदी और जल स्रोतों की साफ-सफाई के लिए भी पूरा प्रयास जरूरी है। पर्यावरण की सुरक्षा आम आदमी के जीवन से जुडा विषय है। इसलिए यह हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी भी है।