Akhilesh Yadav Birthday: पवनपुत्र हनुमान के शरण में पहुंचे सपाई, हवन और सुंदरकांड का पाठ कर मनाया अखिलेश यादव का जन्मदिन
Akhilesh Yadav Birthday: 50 साल के हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया, कार्यकर्ताओं ने उनके लंबी उम्र की ईश्वर से प्रार्थना की।
Akhilesh Yadav Birthday: आगरा में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपने नेता अखिलेश यादव का जन्मदिन धूमधाम के साथ मनाया। सपा नेताओं ने अखिलेश यादव के 50वें जन्मदिन के अवसर पर हवन और सुंदर कांड का पाठ कराया। फतेहाबाद रोड स्थित सपा कैम्प कार्यालय पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन पूजन किया गया। इसके बाद सुंदरकांड का पाठ शुरू किया गया। इस बीच सपा कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा के दोहो का पाठ भी किया। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव की लंबी उम्र की प्रार्थना की। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का जन्म आज के ही दिन वर्ष 1973 में इटावा जिले के सैफई कस्बे में हुआ था।
विदेश में पढ़ाई करने के बाद अखिलेश यादव सीधे यूपी की राजनीति में दाखिल हुए और स्वाभाविक तौर पर अपने पिता मुलायम सिंह यादव की विरासत के उत्तराधिकारी बन गए। अखिलेश यादव का 50 सालों का सफर काफी दिलचस्प रहा है। इटावा के छोटे से कस्बे सैफई से निकलकर उन्होंने उत्तर प्रदेश ही नहीं देश में अपनी अलग पहचान बनाई है। देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ-साथ विदेश में पढ़ाई करने वाले अखिलेश ने महज 38 साल की उम्र में देश के सबसे बड़े प्रदेश यूपी की कमान संभाली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
समाजवादी पार्टी की छवि को बेहतर बनाने का प्रयास किया। हालांकि, मोदी लहर के कारण समाजवादी पार्टी की नैया डगमगाई, लेकिन अब वे पार्टी को एक बार फिर बेहतर स्थिति में करने की रणनीति बनाते दिख रहे हैं। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनके चाचा शिवपाल यादव ने उन्हें छोटे नेताजी कहकर संबोधित किया है। अखिलेश की प्रारंभिक शिक्षा सैफई के सेंट मैरी स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने राजस्थान के धौलपुर स्थित मिलिट्री स्कूल में पढ़ाई की। वहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद अखिलेश ने मैसूर के इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया। एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन के बाद अखिलेश ने ऑस्ट्रेलिया की सिडनी यूनिवर्सिटी से एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की।
अखिलेश यादव को उनकी जिद के लिए भी जाना जाता है। अखिलेश यादव ने अपनी दोस्त डिंपल से शादी करना तय किया। पिता मुलायम सिंह यादव इस शादी के खिलाफ थे। डिंपल के माता-पिता भी। डिंपल ने तो अपने परिजनों को मना लिया। लेकिन, अखिलेश को काफी मशक्कत करनी पड़ी। नाराज मुलायम को मनाने के लिए अमर सिंह को भी खासी मेहनत करनी पड़ी। आखिरकार, मुलायम को बेटे के आगे हार माननी पड़ी। ऑस्ट्रेलिया से वापस लौटने के बाद 24 नवंबर 1999 को उन्होंने डिंपल यादव के साथ शादी की। उनकी दो बेटियां और एक बेटा है। डिंपल यादव भी राजनीति में हैं। अभी वे मुलायम सिंह यादव की सीट रही मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र की सांसद हैं।