कादिर खान ने कहा-PAK 1984 में ही परमाणु परीक्षण के लिए था सक्षम

Update:2016-05-29 14:28 IST

इस्लामाबाद: परमाणु वैज्ञानिक अब्दुल कादिर खान ने कहा कि पाकिस्तान के पास 1984 में परमाणु परीक्षण करने की क्षमता थी। उसने योजना भी बनाई थी, लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल जिया उल हक ने इस विचार का विरोध किया, क्योंकि इससे पाकिस्तान को मिल रहे अंतर्राष्ट्रीय सहायता में कटौती हो जाती।

पाक परमाणु वैज्ञानिक ने कहा

-जनरल जिया का विचार था कि यदि परमाणु परीक्षण किया तो दुनिया उनकी सैन्य सहायता रोक देगी।

-पाकिस्तान पांच मिनट में काहुता से नई दिल्ली को निशाना बनाने में समर्थ था।

-काहुता पाकिस्तान के पंजाब राज्य का एक शहर है।

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-मेरी सेवा के बिना पाकिस्तान कभी भी परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र नहीं बन पाता।

-हम लोग बहुत कठिन परिस्थतियों में यह क्षमता हासिल करने में समर्थ थे।

-खान पाक के परमाणु संपन्न देश बनने के अवसर पर सभा को संबोधित कर रहे थे।

वैज्ञानिकों को नहीं दिया जाता सम्मान

-मुशर्रफ के कार्यकाल में कादिर के साथ दुर्व्यवहार हुआ था।

-परमाणु वैज्ञानिकों को देश में वह सम्मान नहीं दिया जाता हैं।

-हम लोगों ने अपने देश के परमाणु कार्यक्रम को जो सेवा दी।

-उसके बदले सबसे खराब दौर का सामना कर रहे हैं।

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मुशर्रफ ने बताया था आरोपी

-साल 2004 में हुए एक बड़े परमाणु प्रसार स्कैंडल के केंद्र में कादिर ही थे।

-मुशर्रफ ने खान को परमाणु प्रसार का एक खतरनाक नेटवर्क संचालित करने का आरोपी बताया था।

-मुशर्रफ की इस घोषणा के कुछ ही दिनों बाद खान का रिकॉर्ड किया हुआ बयान प्रसारित हुआ था।

-इसमें उन्होंने परमाणु प्रसार की जितनी भी जानकारियां मिली थी, उसकी पूरी जिम्मेदारी अकेले ली थी।

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