क्रिकेट को सपोर्ट करेगा तालिबान, अफगानिस्तान-पाकिस्तान मैच का इंतजार

तालिबान का कहना है कि अफगानों ने क्रिकेट खेलना तब शुरू किया था जब उन्होंने पहले शासन किया था, वे भविष्य में भी इस खेल का समर्थन करेंगे।;

Newstrack :  Network
Published By :  Deepak Kumar
Update:2021-08-22 19:17 IST

तालिबान के प्रमुखों की मीटिंग। (Social Media)

Afghanistan: एक तरफ अफगानिस्तान में जुल्म कर रहा है, वहीं, दूसरी ओर तालिबान की ओर से किक्रेट को सपोर्ट करने का दावा किया जा रहा है।तालिबान का कहना है कि अफगानों ने क्रिकेट खेलना तब शुरू किया था जब उन्होंने पहले शासन किया था, वे भविष्य में भी इस खेल का समर्थन करेंगे।तालिबान का कहना है कि अफगानों ने क्रिकेट खेलना तब शुरू किया था जब उन्होंने पहले शासन किया था, वे भविष्य में भी इस खेल का समर्थन करेंगे।

तालिबान के राजनीतिक कार्यालय और बातचीत करने वाली टीम के सदस्य अनस हक्कानी ने राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के सदस्यों के साथ बैठक के दौरान यह यह वादा दोहराया है। तालिबान के साथ होने वाली इस बैठक में राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के कप्तान हशमतुल्ला शाहिदी, पूर्व क्रिकेट बोर्ड चयन समिति के अध्यक्ष असदुल्ला और नूर अली जादरान ने हिस्सा लिया था।

तालिबान को अफगानिस्तान-पाकिस्तान मैच देखने का इंतजार

तालिबान की राजनीतिक टीम के एक अन्य सदस्य सोहेल शाहीन ने भी क्रिकेट टीम के लिए समर्थन देने का वादा दोहराया और कहा कि उन्हें अफगानिस्तान-पाकिस्तान मैच देखने का इंतजार है। तालिबान के सदस्यों ने इस सप्ताह की शुरुआत में काबुल में पूर्व क्रिकेट कप्तान असगर स्टानिकजई और राष्ट्रीय टीम के सदस्य नवरोज मंगल से मुलाकात की थी।

अफगानिस्तान से बाहर जाना चाहते हैं लोग

तालिबान शासन के बाद से ही अफगानिस्तान से लोग बाहर जाना चाहते हैं। लोग वहां अपने भविष्य को लेकर डरे हुए हैं. यही वजह है कि लोग बड़ी संख्या में अफगानिस्तान छोड़कर जाना चाह रहे हैं। ब्रिटिश मिलिट्री की तरफ से बयान आया है कि काबुल एयरपोर्ट पर भगदड़ में 7 और अफगान नागरिकों की मौत हुई है।

देश छोड़कर जाने वालों पर गोली चला रहे हैं तालिबान

मिलिट्री की तरफ से रविवार को जारी बयान में कहा गया है कि हालात खराब हैं लेकिन काबू में करने की हर संभव कोशिश हो रही है। ये भगदड़ इसलिए मची थी क्योंकि तालिबानी एयरपोर्ट के पास हवा में गोलियां चलाते हैं। ये गोलियां उन लोगों को डराने के लिए चलाई जा रही हैं जो देश छोड़कर जाना चाहते हैं।

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