पाक की दोहरी चाल का खुलासा: दाऊद सहित कई आतंकियों को दे रहा VIP ट्रीटमेंट
पाकिस्तान ऐसा देश है जो हमेशा दोहरी चाल चलकर दूसरों को भरमाने की कोशिश में जुटा रहता है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भी एक बार फिर पाकिस्तान का दोहरा चेहरा उजागर हुआ है।
अंशुमान तिवारी
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ऐसा देश है जो हमेशा दोहरी चाल चलकर दूसरों को भरमाने की कोशिश में जुटा रहता है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भी एक बार फिर पाकिस्तान का दोहरा चेहरा उजागर हुआ है। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ओर से कार्रवाई की तलवार लटकी होने के बावजूद पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देने में जुटा हुआ है। कुछ आतंकियों को तो पाकिस्तान की ओर से वीआईपी ट्रीटमेंट तक मुहैया कराया जा रहा है। इन आतंकियों में मुंबई बम कांड का भगोड़ा और अंतरराष्ट्रीय आतंकी दाऊद इब्राहिम और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से जुड़ा आतंकी रंजीत सिंह नीता भी शामिल हैं।
ये भी पढ़ें: यूपी में 5000 मौतें: कोरोना संक्रमितों का संख्या इतनी, राज्य की हालत खराब
21 खतरनाक आतंकियों को वीआईपी सुरक्षा
आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का पाकिस्तान का पाखंड कई बार उजागर हो चुका है मगर फिर भी पाकिस्तान इस हरकत से बाज नहीं आ रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी पाकिस्तान के इस दोहरे चेहरे से परेशान है क्योंकि वह सिर्फ दुनिया को दिखाने के लिए ही आतंकियों पर कार्रवाई का नाटक रच रहा है। यही नहीं, पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को फंडिंग भी की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक इस बात का खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान में 21 खतरनाक आतंकियों को सरकार की ओर से वीआईपी सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। मजे की बात यह है कि सरकार की ओर से वीआईपी सुरक्षा पाने वालों में वे आतंकी भी शामिल हैं जिन पर पिछले महीने प्रतिबंध लगाने का एलान किया गया था।
इनमें से कई आतंकियों की भारत को तलाश
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान सरकार की ओर से जिन आतंकियों को वीआईपी ट्रीटमेंट मुहैया कराया जा रहा है उनमें भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम भी शामिल है। दाऊद इब्राहिम 1993 में हुए मुंबई बम धमाकों के बाद देश से भाग निकला था और भारत की एजेंसियों को उस समय से ही उसकी तलाश है।
पाकिस्तान की ओर से वीआईपी सुविधा पाने वाले अन्य आतंकियों ने इंडियन मुजाहिदीन का मुखिया रियाज भटकल, बब्बर खालसा इंटरनेशनल का चीफ वाधवा सिंह, आतंकी मिर्जा शादाब बेग और आसिफ हसन समेत कई आतंकी शामिल हैं। इनमें कई आतंकी ऐसे हैं जिनकी भारत को जोरशोर से तलाश है।
ये भी पढ़ें: इस एक गलती ने कर दी ‘Big B’ की बोलती बंद…
पाक ने जारी की थी 88 आतंकियों की लिस्ट
इमरान सरकार की ओर से पिछले महीने पाकिस्तान में मौजूद 88 आतंकियों की लिस्ट जारी करते हुए उन पर प्रतिबंध लगाने का एलान किया गया था। इन आतंकियों में दाऊद इब्राहिम का भी नाम शामिल था।
हालांकि बाद में पाकिस्तान ने खुद को फंसता देख कर दाऊद पर कार्रवाई की बात से पलटी मार ली थी। दरअसल पाकिस्तान भारत के इस दावे का लगातार खंडन करता रहा है कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में मौजूद है। उसके पलटी मारने के पीछे यही कारण बताया जा रहा है।
पाक पर लटक रही एफएटीएफ की तलवार
आतंकियों को संरक्षण देने के कारण पाकिस्तान पर एफएटीएफ की कार्रवाई की तलवार लटक रही है। पाकिस्तान 2018 से ही एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में है। इस कारण उसे दुनिया भर से आर्थिक मदद पाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दुनिया के कई देश इस टास्क फोर्स की सिफारिश को मानते हैं। पाकिस्तान की आतंकियों के नाम बताने की चाल के पीछे भी यही कारण माना जा रहा है कि वह ग्रे लिस्ट से बाहर आने की कोशिश में जुटा हुआ है। अगर पाकिस्तान ने टास्क फोर्स की शर्तों का अनुपालन नहीं किया तो वह ब्लैक लिस्टेड हो सकता है और तब पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और दिक्कतें खड़ी हो जाएंगी।
ये भी पढ़ें: