America Aur Taiwan Ki Baithak: चीन को तगड़ा झटका, UN गतिविधियों में फिर से शामिल होगा ताइवान, US हुआ सफल
America Aur Taiwan Ki Baithak: लगभग 40 साल बाद दोबारा ताइवान को संयुक्त राष्ट्र की गतिविधियों में शामिल कर लिया गया है। जिसके बााद से अब ताइवान इन गतिविधियों में अपनी सहभागिता दिखाएगा।
America Aur Taiwan Ki Baithak: अमेरिका की ताइवान के साथ रविवार को उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भूमिका बढ़ाने के प्रयास पर चर्चा की गई। 1971 में चीन (China) के दबाव के कारण ताइवान (Taiwan) को संयुक्त राष्ट्र (United Nations) से हटा दिया गया था। जिसके बाद से संयुक्त राष्ट्र की किसी भी गतिविधि में ताइवान हिस्सा नहीं ले पाया था। वहीं आज लगभग 40 साल बाद दोबारा ताइवान को संयुक्त राष्ट्र की गतिविधियों में शामिल कर लिया गया है। जिसके बााद से अब ताइवान इन गतिविधियों में अपनी सहभागिता दिखाएगा।
बता दें कि ताइवान की अंतरराष्ट्रीय भागीदारी कम करने के चीन के तमाम प्रयासों के बीच अमेरिका ने रविवार को ताइवान के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में स्वघोषित देश की संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भूमिका बढ़ाने के प्रयासों को लेकर बातचीत की गई। बैठक में ताइवान के अमेरिकन इंस्टीट्यूट (American Institute), आर्थिक और सांस्कृतिक प्रतिनिधि कार्यालय के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस वर्चुअल मीटिंग में अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने ताइवान की मदद के लिए आगे आने की बात की है।
ताइवान देगा WHO को अपनी विशेषज्ञता का लाभ
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, सहयोग का फैसला ताइवान की अंतरराष्ट्रीय संगठनों में कार्य करने की तीव्र इच्छा को देखते हुए किया गया है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि बैठक में ताइवान की विशेषज्ञता का लाभ संयुक्त राष्ट्र के जरिए अन्य देशों को देने पर विचार किया गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा, " ताइवान विभिन्न वैश्विक चुनौतियों जैसे कि स्वास्थ्य, पर्यावरण सुधार, मौसम में हो रहे बदलाव और तकनीक क्षेत्र की विशेषज्ञता से संयुक्त राष्ट्र को लाभ प्रदान करेगा। इसी के साथ ताइवान विश्व स्वास्थ्य संगठन को भी अपनी विशेषज्ञता का लाभ देगा। इस कार्य में अमेरिका उनकी मदद करेगा।"
ताइवान ने अमेरिका के प्रति व्यक्त किया आभार
अमेरिका ने कहा है कि ताइवान संयुक्त राष्ट्र के ढांचे में पर्यावरण सुधार के लिए चलने वाली गतिविधियों में भी अपनी भूमिका निभाएगा। वहीं ताइवान के विदेशी मामलों की महासचिव लिली सू ने इस सहयोग के लिए अमेरिका के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि ताइवान सरकार अंतरराष्ट्रीय बिरादरी की सहूलियतों के लिए अपनी ओर से हर तरह का योगदान देने का प्रयास करेगी।
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