दक्षिण अमेरिकी देश चिली ने पर्यावरण संरक्षण में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस देश ने पैटागोनिया इलाके के विस्तृत क्षेत्र को बचाए रखने के लिए पांच विशाल नेशनल पार्क बना दिए हैं। करीब दो दशकों तक अमेरिकी लोकोपकारी टौम्पकिन्स दंपति ने इस क्षेत्र में जमीनों का अधिग्रहण किया और बड़ी मात्रा में निजी जमीनें सरकार को दान दी गयीं। ये पांच पार्क 10.3 मिलियन एकड़ (करीब 41 हजार वर्ग किलोमीटर) में फैले हुए हैं। 29 जनवरी को चिली के राष्ट्रपति मिशेल बेशलेट ने इन पार्कों को वैधानिक दर्जा देते हुए संबंधित कानून पर हस्ताक्षर कर दिये।
‘पैटागोनिया’ कंपनी के पूर्व चीफ एक्जीक्यूटिव मैकडेविट टौम्पकिन्स ने नए पार्कों की स्थापना में सहयोग करने के लिए दस लाख एकड़ से ज्यादा जमीन सरकार को दे दी थी। चिली सरकार ने बाकी जमीन अपने खाते से दे दी। मैकडेविट टौम्पकिन्स अपने पति डग के साथ 25 साल से चिली में भूमि संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रही हैं। डग टौम्पकिन्स की एक हादसे में 2015 में मौत हो गयी थी।
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टौम्पकिन्स को जमीनें लेने में भी तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आरोप लगे थे कि अमेरिकी लोग जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं। एक बड़ी जलविद्युत परियोजना को बनने से रोकने के लिए इस दंपति ने लंबा आंदोलन भी किया था जिसकी बड़ी आलोचना हुई थी।
वन्य संरक्षण के अलावा राष्ट्रपति मिशेल बेशलेट ने चिली के ईस्टर द्वीप को विश्व का एक सबसे बड़ा जलीय संरक्षित क्षेत्र बना दिया है। इसके लिए उन्हें द्वीप के निवासियों को समझाने में पांच साल लग गए थे। अब प्रशांत महासागर का 7 लाख 20 हजार वर्ग किमी क्षेत्र सुरक्षित घोषित कर दिया गया है। बेशलेट का कार्यकाल इस साल मार्च में पूरा हो रहा है। चिली जैसे विकासशील देश में लंबे समय तक जिस तरह विकास कार्य होते रहे और संसाधनों का जबर्दस्त दोहन होता रहा, उसमें राष्ट्रपति बेशलेट के योगदान को अभूतपूर्व कहा जा सकता है।
अर्जेन्टीना के राष्ट्रपति मौरीशियो माक्री ने पर्यावरण संरक्षण के टौम्पकिन्स मॉडल की प्रशंसा की है। राष्ट्रपति मौरीशियो ने 2015 में कन्जर्वेशन लैण्ड ट्रस्ट और मैकडेविट टौम्पकिन्स से 3 लाख 70 हजार एकड़ जमीन दान स्वरूप स्वीकार की थी। राष्ट्रपति ने 17 लाख एकड़ वेटलैण्ड पर प्रस्तावित इबेरा नेशनल पार्क के लिए परी मदद देने का वादा किया है।