Bangladesh Coup: बांग्लादेश में फिर होगा तख्तापलट! आर्मी चीफ ने की सैन्य अफसरों संग आपात बैठक,ढाका समेत बड़े शहरों में सेना की तैनाती
Bangladesh Coup: बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की सरकार के तख्तपलट की चर्चाएं तेज हो गई हैं। यूनुस की सरकार के प्रति देश के लोगों में नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है।;
Bangladesh Coup Signals (Photo: Social Media)
Bangladesh Coup: बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की सरकार के तख्तपलट की चर्चाएं तेज हो गई हैं। यूनुस की सरकार के प्रति देश के लोगों में नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच बांग्लादेश के आर्मी चीफ वकार उज जमां सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने सेना के वरिष्ठ अफसरों के साथ आपात बैठक की है। इससे संकेत मिल रहा है कि बांग्लादेश में आने वाले दिनों में कुछ बड़ा होने वाला है। सोशल मीडिया पर भी इसकी खूब चर्चा हो रही है।
बांग्लादेश में राजधानी ढाका समय तमाम बड़े शहरों में बड़े पैमाने पर सैन्य कर्मियों की तैनाती की जा रही है। इसके बाद माना जा रहा है कि बांग्लादेश की सेना मोहम्मद यूनुस को हटाकर पूरे देश का नियंत्रण अपने हाथ में ले सकती है। वैसे तख्तापलट की चर्चाओं को लेकर अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस और आर्मी चीफ वकार उज जमां की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई गई है।
सैन्य अफसरों के साथ आर्मी चीफ की आपात बैठक
बांग्लादेश में पिछले साल अगस्त महीने के दौरान शेख हसीना को हटाकर मोहम्मद यूनुस की अगुवाई में अंतरिम सरकार का गठन किया गया था। नई सरकार बनने के बाद देश में बदलाव की उम्मीद जताई जा रही थी मगर बांग्लादेश में लोगों की दिक्कतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसे लेकर लोगों में यूनुस सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ रही है। इसके साथ हुई चुनाव को लेकर भी सरकार की ओर से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
देश में अस्थिरता और असंतोष के माहौल को देखते हुए सेना ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है आर्मी चीफ जमां ने सोमवार को सेना के वरिष्ठ अफसों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की है। इस बैठक में पांच लेफ्टिनेंट जनरल, आठ मेजर जनरल, स्वतंत्र ब्रिगेड के कमांडिंग अफसर और सेना मुख्यालय के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
हालांकि अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो सका है कि इस बैठक में क्या फैसला लिया गया। वैसे ढाका समेत देश के तमाम बड़े शहरों में सेना के जवानों की तैनाती देश में बड़े बदलाव का संकेत दे रही है।
यूनुस सरकार के खिलाफ बड़े कदम की तैयारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक के दौरान आतंकी हमले के खतरे पर भी चर्चा हुई और आर्मी चीफ ने देश में सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश भेज दिया। बैठक के दौरान देश में स्थिरता का माहौल बनाने के लिए सेना की भूमिका पर मंथन किया गया है। जानकार सूत्रों का कहना है कि सेना की ओर से या तो राष्ट्रपति पर देश में इमरजेंसी लगाने का दबाव बनाया जा सकता है या सेना यूनुस सरकार को सत्ता से बेदखल करते हुए खुद देश की कमान संभाल सकती है। सेना की निगरानी में देश में राष्ट्रीय एकता सरकार का गठन भी किया जा सकता है।
संयुक्त सुरक्षा बल की ओर से देश में जगह-जगह चेक पॉइंट बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। ढाका और अन्य शहरों में सैन्य कर्मियों की तैनाती के बाद देश में तख्तापलट की चर्चाओं ने काफी तेजी पकड़ ली है। हालांकि इस बाबत आधिकारिक रूप से कोई भी प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आई है।
सेना के साथ टकराव बढ़ने के संकेत
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस और सेना के बीच काफी दिनों से मतभेद की खबरें सुनी जा रही हैं। दोनों पक्षों की ओर से कुछ इस तरह के बयान भी सामने आए हैं जिनसे टकराव बढ़ने का संकेत मिलता है। देश के सियासी जानकारों का मानना है कि सेना प्रमुख और यूनुस सरकार के बीच टकराव इस हद तक बढ़ चुका है कि सेना की ओर से यूनुस को हटाकर देश का नियंत्रण अपने हाथ में लिया जा सकता है।
आर्मी चीफ पर साजिश रचने का आरोप
इस बीच छात्र संगठन आमार बांग्लादेश पार्टी के महासचिव असदुज्जमां फुआद ने आर्मी चीफ जमां पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जमां राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के साथ मिलकर एक नई अंतरिम सरकार बनाने की साजिश में जुटे हुए हैं। फुआद ने कहा कि आर्मी चीफ की ओर से की जा रही बैठकें भी इसी साजिश का हिस्सा है।
सच्चाई तो यह है कि आर्मी चीफ राष्ट्रपति के साथ मिलकर नई सरकार बनना चाहते हैं। वैसे आर्मी चीफ हाल के दिनों में सरकार के कामकाज को लेकर सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जता चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि बांग्लादेश में जल्द ही बड़ा सियासी बदलाव देखने को मिल सकता है। ऐसा होने पर भारत में निर्वासित जीवन बिता रही शेख हसीना की स्वदेश वापसी के दरवाजे खुल सकते हैं।