heat In Britain: ब्रिटेन भयंकर गर्म, यहां तो घरों में एसी तक नहीं
heat In Britain: ब्रिटेन में भयंकर गर्मी पड़ रही है। ऐसी गर्मी जो आज तक कभी नहीं पड़ी थी। 40 डिग्री के आसपास का तापमान पहुंच गया है।
Heat In Britain: ब्रिटेन में भयंकर गर्मी पड़ रही है। ऐसी गर्मी जो आज तक कभी नहीं पड़ी थी। 40 डिग्री के आसपास का तापमान कहीं भी सहन करना मुश्किल है, लेकिन ब्रिटेन में यह विशेष रूप से खतरनाक है, जहां कुछ घर एयर कंडीशनिंग से लैस हैं।
ब्रिटेन में 3 प्रतिशत से कम घरों में होंगे एसी
ब्रिटेन के डिपार्टमेंट फॉर बिजनेस एनर्जी एंड इंडस्ट्रियल स्ट्रैटेजी (UK Department for Business Energy and Industrial Strategy) की 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड में कितने घरों में एयर कंडीशनिंग इकाइयां स्थापित हैं, इस पर बहुत कम डेटा है। लेकिन एक अनुमान है कि 3 प्रतिशत से कम घरों में एसी होंगे। इनमें भी ज्यादातर उपयोग में पोर्टेबल एयर कंडीशनिंग इकाइयों वाले हैं। सेंट्रल एयर कंडीशनिंग तो लंदन के कुछ हाई-एंड अपार्टमेंट में ही मिलती है।
ब्रिटेन में प्रत्येक गर्मियों में कुछ ही दिन आम तौर पर तकलीफदेह होते हैं। यहां का मौसम ऐसा नहीं रहता कि एयर कंडीशनिंग में पैसा खर्च किया जाए। कई लोग इसे अनावश्यक और पर्यावरण के लिए हानिकारक भी मानते हैं। लोगों के लिए साल की कुछ रातों के लिए सीलिंग फैन ही ठीक माना जाता है। ब्रिटिश घरों को भी भीषण गर्मी को ध्यान में रखकर नहीं बनाया जाता रहा है।
हम एक हीटिंग वाले देश हैं, न कि एसी वाले देश: प्रो. ताडज ओरेज्ज़िन
यूनिवर्सिटी ऑफ कॉलेज लंदन एनर्जी इंस्टीट्यूट (University of College London Energy Institute) में ऊर्जा और पर्यावरण के प्रोफेसर ताडज ओरेज्ज़िन (Professor Tadj Orezin) के अनुसार, "हम एक हीटिंग वाले देश हैं, न कि एसी वाले देश। हमने अपने घरों को ऐतिहासिक रूप से तीव्र गर्मी से निपटने के लिए डिज़ाइन नहीं किया है। हमने उन्हें खुद को गर्म रखने के लिए डिजाइन किया है। ऐसे में ज्यादा गर्मी पड़ने पर विपरीत असर पड़ सकता है।
कुछ वर्षों में आवासों में कूलिंग प्रणाली की मांग में हुई थोड़ी वृद्धि
एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड में कूलिंग की लगभग आधी मांग कार्यालयों से आती है, इसके बाद खुदरा स्थानों और अस्पतालों का नम्बर है। लेकिन हाल के वर्षों में आवासों में कूलिंग प्रणाली की मांग में थोड़ी वृद्धि हुई है, जो कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान घरेलू कार्यालयों के बढ़ते उपयोग से प्रेरित है। अब अधिकारी ऐसे भविष्य की तैयारी कर रहे हैं जिसमें जलवायु परिवर्तन से प्रेरित बढ़ते तापमान और कूलिंग प्रणालियों की अधिक मांग से निपटा जा सके। कूलिंग सिस्टम बहुत अधिक ऊर्जा का उपयोग करते हैं और 2050 तक ग्रीनहाउस गैसों के अपने शुद्ध उत्पादन को शून्य करने के ब्रिटेन के लक्ष्य के खिलाफ काम कर सकते हैं।
रिकॉर्ड गर्मी
ब्रिटेन में गर्मी का उच्चतम अलर्ट है। निवासियों से कहा गया है कि वे बाहर न निकलें। सड़कों पर रेत का छिड़काव किया जा रहा है ताकि सड़कें पिघलने से बची रहें। डॉक्टरों ने ऑपरेशन रोक दिए हैं। रेल अधिकारी चेतावनी दे रहे हैं कि पटरी टूट सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी में सैकड़ों या हजारों की मौत हो सकती है। ब्रिटेन में स्थिति गंभीर है। एक खतरनाक हीटवेव चल रही है। इस बीच, पूरे यूरोप में जंगल की आग भड़की हुई है। सबसे खराब स्थिति फ्रांस, ग्रीस, इटली की है स्पेन और पुर्तगाल में, 1,000 से अधिक मौतों को हीटवेव के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। खतरनाक बात ये है कि गर्मी का दौर अभी जारी है।