China News: चीन ने ऑनलाइन धार्मिक गतिविधियों पर लगाया प्रतिबंध, जानें क्या है कारण

China Bans Online Religious Activities: चीन में सोशल मीडिया समेत सभी ऑनलाइन चैनलों पर होने वाली धार्मिक गतिविधियों और धर्म के प्रसार पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 1 मार्च से प्रभावी आदेश में व्यापक रूप से ऑनलाइन गतिविधियों को कवर किया गया।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Shreya
Update:2022-01-09 16:24 IST

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

China Bans Online Religious Activities: चीन में सोशल मीडिया (Social Media) समेत सभी ऑनलाइन चैनलों पर होने वाली धार्मिक गतिविधियों (Religious Activities) और धर्म के प्रसार पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 1 मार्च से प्रभावी आदेश में व्यापक रूप से ऑनलाइन गतिविधियों (Online Activities) को कवर किया गया। अब वेबसाइटों, ऐप्स, ब्लॉग या लाइवस्ट्रीम के माध्यम से टेक्स्ट, फोटो या ऑडियो के माध्यम से धार्मिक जानकारी प्रसारित करने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होगी। किसी भी धार्मिक गतिविधि के लिए पैसा जमा अकरने, चंदा एकत्र करने पर रोक रहेगी।

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party) की दस वर्ष में दो मर्तबा में कांग्रेस या बैठक होती है। इस बैठक (Communist Party Ki Baithak) के ठीक पहले ये नियम लागू किये गए हैं। कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों को धर्म में विश्वास करने के प्रति सख्ती से हतोत्साहित किया जाता है। धार्मिक गतिविधियों पर प्रतिबन्ध इसलिए लगाये गए हैं क्योंकि उसे कम्युनिस्ट पार्टी के शासन के प्रति खतरा माना जाता है।  

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फाइल फोटो साभार- सोशल मीडिया)  

धर्म को भी चीन के अनुकूल होना चाहिए

पिछले महीने राष्ट्रीय धार्मिक मामलों की एक बैठक में, राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) ने चीन में धर्म के "सिनिसाइजेशन" पर जोर दिया था। उन्होंने कहा कि धार्मिक मामलों को साम्यवादी समाज के अनुकूल होने के लिए सक्रिय रूप से निर्देशित किया जाना चाहिए। सिनिसाइजेशन का मतलब है कि किसी भी चीज का चीनी संस्कृति के अनुकूल बना दिया जाना। जिनपिंग का मतलब है कि धर्म को भी चीन के अनुकूल होना चाहिए।

अमेरिका स्थित मानवाधिकार संगठन 'फ्रीडम हाउस' का अनुमान है कि चीन में 6 से 8 करोड़ प्रोटेस्टेंट ईसाई और लगभग 1 करोड़ 20 लाख कैथोलिक ईसाई हैं। इनमें वे भूमिगत चर्च शामिल हैं जिन्हें कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है। फ्रीडम हाउस का अनुमान है कि चीन की मुस्लिम आबादी को 2 करोड़ 10 लाकह लाख से 2 करोड़ 30 लाख के बीच है। दूसरी और चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों की संख्या 9 करोड़ 50 लाख है। 

धार्मिक गतिविधियों को कंट्रोल करना मुश्किल 

सब कुछ होने के बावजूद चीनी अधिकारियों के लिए धार्मिक गतिविधियों को कंट्रोल करना मुश्किल हो गया है। धार्मिक समूह और विभिन्न धर्मों के अनुयायी सोशल मीडिया प्लेटफार्म वीचैट (WeChat) पर खुलेआम खाते बनाते हैं। चीन में 1.2 बिलियन लोगों द्वारा वीचैट का इस्तेमाल (WeChat Users) किया जाता है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और सरकार, चीनी युवाओं के ऑनलाइन धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने के ट्रेंड से चिंतित है।

नए नियम धार्मिक मामलों के राज्य प्रशासन सहित पांच विभागों द्वारा तैयार किए गए हैं। नए नियम, ऑनलाइन धार्मिक संगठनों या स्कूलों की स्थापना पर प्रतिबंध लगाते हैं। नए अनुयायियों को आकर्षित करने के प्रयास को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। गैर-चीनी व्यक्तियों और समूहों को विशेष रूप से कड़े प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। 

इन पर लगा दिया जाएगा प्रतिबंध

ऐसी धार्मिक सामग्री जो कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व का विरोध करती है या राज्य सत्ता में विद्रोह या तोड़फोड़ को उकसाती है, उस पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। नियमों के अनुसार, धार्मिक विश्वास का उपयोग 'राज्य के न्यायिक, शिक्षा, विवाह, सामाजिक प्रबंधन या अन्य प्रणालियों के कार्यान्वयन में बाधा डालने' के लिए नहीं किया जा सकता है। बीजिंग में रहने वाले एक बौद्ध ने कहा कि धर्मांतरण पर प्रतिबंध के साथ शुरुआत करने के बाद, वे (सरकार) अंततः विभिन्न संस्कृतियों को पूरी तरह से बंद करने की योजना बना सकते हैं।

दक्षिणी चीन के गुआंग्शी झुआंग स्वायत्त क्षेत्र में स्थानीय अधिकारियों ने दिसंबर में क्रिसमस समारोह पर प्रतिबंध लगाते हुए एक दस्तावेज जारी किया था जिसमें पश्चिमी देशों पर चीन में अपने मूल्यों और जीवन शैली को फैलाने और पारंपरिक चीनी संस्कृति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया था। 

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