मुस्लिमों के खिलाफ साजिश: चीन का नया पैतरा, ऐसे जबरन किया कैद

चीन के उइगर मुसलमानों के साथ अत्याचार बढ़ते ही जा रहे हैं। जो दुनिया की नज़रों से छुपा नहीं है। आए दिन चीन के री-एजुकेशन सेंटरों से उनके साथ हो रही प्रताड़ना की खबरें सामने आ रही है।

Update: 2020-12-09 14:18 GMT
चीन में उइगर मुस्लिमों के खिलाफ रची बड़ी शाजिश,मनमाने ढंग से कर रहे गिरफ्तार

चीन के उइगर मुसलमानों के साथ अत्याचार बढ़ते ही जा रहे हैं। जो दुनिया की नज़रों से छुपा नहीं है। आए दिन चीन के री-एजुकेशन सेंटरों से उनके साथ हो रही प्रताड़ना की खबरें सामने आ रही है।

वही अब खबर आ रही है कि शिनजियांग में मुस्लिम अल्पसंख्यकों को मनमाने ढंग से गिरफ्तार किया जा रहा है, जिसके लिए बड़े डेटा का इस्तेमाल हो रहा है। अभी तक 2000 से अधिक बंदियों की लीक हई सूची से यह खिलासा हुआ है।

ऐसे हो रही गिरफ्तारी

बुधवार को एक रिपोर्ट रिलीज़ किया गया था, जिसमें लिखा गया था कि चीन के शिनजियांग क्षेत्र में पुलिसिंग के लिए बड़ा डेटा इस्तेमाल होता है। जिसके चलते तुर्क मुसलमानों को मनमाने ढंग से गिरफ्तार किया जाता है।

IJOP कार्यक्रम स्वचालित रूप से कुरान का अध्ययन, धार्मिक कपड़े पहनने या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यात्रा करने सहित पैरामास के अनुसार दूरस्थ क्षेत्र में स्थापित विवादास्पद शिविरों के लिए संभावित बंदियों का चयन करता है।

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चीन ने दी सफाई

संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार के अधिवक्ताओं के विशेषज्ञों ने कहा है कि शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र (एक्सयूएआर) के शिविरों में कम से कम एक लाख मुस्लिम उइगर समुदाय के लोगों को हिरासत में लिया गया है। चीन ने उइगरों को कैद करने की बात से इनकार करते हुए कहा है कि सरकार ने व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किए हैं, जो स्थानीय लोगों को डराने और आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से लड़ने के लिए थे। चीन का कहना है कि वहां कैद किए गए लोगों को आजाद कर दिया गया है। शिनजियांग शिविरों तक जाकर इस बात की पुष्टि करना बेहद मुश्किल है जिससे ये पता लगाया जा सके कि सभी शिविर बंद हो गए हैं या नहीं।

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मौलिक अधिकारों का उल्लंघन

चीन के विदेशी मंत्रालय ने पिछले साल कहा था कि शिनजियांग के मुद्दे किसी मानवाधिकार, जातीयता या धर्म के बारे में नहीं है।बल्कि हिंसा, आतंकवाद और अलगाववाद का मुकाबला करने के बारे में हैं।

वही एक रिपोर्ट में शिनजियांग के तुर्क मुस्लिमों की मनमाने ढंग से हिरासत में रखना चीन के संविधान और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के तहत मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है।

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