Coronavirus Vaccine: यूरोपियन यूनियन ने फाइजर की 2 अरब वैक्सीन का दिया आर्डर
कोरोना के हराने के लिए यूरोपियन यूनियन (European Union) ने फाइजर वैक्सीन की 1.80 अरब डोज़ खरीदने का नया आर्डर दिया है।
Corona Vaccine: कोरोना को हराने के लिए सब कुछ करने को तैयार यूरोपियन यूनियन (European Union) ने फाइजर वैक्सीन (Pfizer Vaccine) की 1.80 अरब डोज़ खरीदने का नया आर्डर दिया है। 28 देशों के यूरोपियन यूनियन की आबादी करीब 44 करोड़ 80 लाख है।
यूरोपियन कमीशन (European Commission) ने एक बयान में कहा है कि फाइजर-बायोएनटेक (Pfizer-Biontech) को दिया ये तीसरा आर्डर है। इस करार के तहत वैक्सीन का प्रोडक्शन ईयू में ही किया जाएगा और जरूरी सामग्री ईयू के देशों से ही खरीदी जाएगी।
बयान में कहा गया है कि डील के अनुसार वर्तमान वैक्सीन और कोरोना के अन्य वेरियंट पर प्रभावी वैक्सीन की 90 करोड़ डोज़ खरीदी जाएंगी। वैक्सीन की 90 करोड़ और खुराकें खरीदने का विकल्प खुला रहेगा।
ईयू और आस्ट्रा जेनका के बीच कानूनी विवाद
बयान में आस्ट्रा जेनका (AstraZeneca) पर बिना नाम लिए कमेंट भी किया गया है। ईयू ने कहा है कि वर्तमान करार और इंतजामों के चलते खुराकों की समय से डिलिवरी सुनिश्चित की गई है। दरअसल ईयू को आस्ट्रा जेनका वायदे के अनुसार, वैक्सीन की डिलिवरी नहीं कर सका है। इसके चलते ईयू और आस्ट्रा जेनका के बीच कानूनी विवाद चल रहा है।
फाइजर से करार के बारे में ईयू ने अपने बयान में ये भी कहा है कि यूनियन के सदस्य देश ईयू के बाहर वैक्सीनें आगे बेच सकेंगे या जरूरतमंद देशों को दान स्वरूप दे सकते हैं। ऐसा इसलिए ताकि पूरे विश्व में सभी को समान रूप से वैक्सीनें मिल सकें। यूरोपियन यूनियन ने कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के डेवलपमेंट के शुरुआती दौर में ही बड़ी संख्या में वैक्सीनों की एडवांस बुकिंग कर ली थी जिसका उसे लाभ मिला है।
दुनिया में तेजी से किया जा रहा वैक्सीनेशन का काम
गौरतलब है कि दुनिया भर में एक बार फिर से कोरोना वायरस महामारी ने घातक रूप ले लिया है। जिसके बाद तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। साथ ही मृतकों के आंकड़ों में भी भारी उछाल देखा जा रहा है। ऐसे में सभी देश कोरोना के हराने के लिए वैक्सीनेशन पर ध्यान दे रहे हैं। देशों का फोकस जल्द से जल्द ज्यादा आबादी को वैक्सीनेट करने की है।
ऐसा ही सवाल उठ रहा है भारत में पाए गए कोरोना के वेरिएंट को लेकर। कई वैज्ञानिकों की ओर से दावा किया गया है कि भारत में जिन वैक्सीनों का इस्तेमाल टीकाकरण के लिए हो रहा है, वो भारत में पाए गए कोरोना वेरिएंट पर प्रभावशाली नहीं हैं। लेकिन इस बीच भारत के लिए एक बेहद अच्छी खबर सामने आई है।
भारत में पहचाने गए वेरिएंट के खिलाफ प्रभावशाली हैं ये वैक्सीनें
दरअसल, अमेरिका के वैज्ञानिकों की ओर से किए गए नए शोध में यह दावा किया गया है कि भारत में पहली बार पहचाने गए कोरोना के दो नए वेरिएंट के खिलाफ फाइजर और मॉर्डना कोविड वैक्सीन प्रभावी हैं। जो कि लैब आधारित स्टडी एनवाईयू ग्रॉसमैन स्कूल ऑफ मेडिसिन और एनवाईयू लैंगोन सेंटर द्वारा तैयार की गई थी।
स्टडी में यह सामने आय है कि फाइजर और मॉर्डना कंपनी की वैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ पूरी तरह प्रभावशाली हैं। इन दोनों कंपनियों के टीके लेने के बाद लोग संक्रमण से बच सकते हैं।
वैक्सीन लेने के बाद विकसित हो रही इम्युनिटी
शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि फाइजर और मॉर्डना वैक्सीन से लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाया जा सकता है। रिसर्चर्स के मुताबिक, वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद दो हफ्ते बाद शरीर के अंदर कोरोना से लड़ने के लिए काफी इम्युनिटी विकसित हुई है। यही नहीं इन दोनों कंपनियों की वैक्सीन लेने के बाद लोग तेजी से रिकवर भी कर रहे हैं। जो कि एक अच्छा संकेत है।
अब एक महीने तक फ्रीज में रखी जा सकती है फाइजर की वैक्सीन
इस बीच खबर ये भी आ रही है कि अमेरिका ने फाइजर की कोविड वैक्सीन को अब एक महीने तक फ्रिज के तापमान में स्टोर रखे जाने की अनुमति दे दी है। इस बारे में अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने कहा कि फाइजर के हाल ही में जमा किए गए डेटा को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। अब इसे एक महीने तक फ्रिज के तापमान में रखा जा सकता है। प्रशासन ने कहा कि वैक्सीन को 2-8 डिग्री सेल्सियस यानि की 35 से 46 डिग्री फॅरनहाइट में एक महीने तक रखा जा सकता है।