Corona in China: चीन ने बदली कोरोना से मौत की परिभाषा, जानिए क्या है हालत
Covid-19 in China: विशेष रूप से जिन लोगों को टीका लगाया जाता है, उनके निमोनिया से मरने की संभावना कम होती है।
Corona in China: चीन में कोरोना से मौतों की सही संख्या शायद ही पता चल सके। वजह ये है कि चीन ने कोरोना से मौत की परिभाषा ही बदल दी है। यही वजह है कि महामारी शुरू होने के बाद से चीन में मौतों की कुल संख्या मात्र 5,241 है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा है कि जिन लोगों की मृत्यु निमोनिया और वायरस के संपर्क में आने के बाद श्वसन फेलियर के कारण होती है, उन्हें कोरोना मृत्यु के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय में पैथोलॉजी के एक सहायक प्रोफेसर बेंजामिन मेज़र ने कहा है कि ये वर्गीकरण बहुत सारे मामलों को गिनेगा ही नहीं। विशेष रूप से जिन लोगों को टीका लगाया जाता है, उनके निमोनिया से मरने की संभावना कम होती है। ब्लड क्लॉट यानी रक्त के थक्के, हृदय की समस्याएं और सेप्सिस ही वह वजहें हैं जिनसे दुनिया भर में कोरोना रोगियों के बीच अनगिनत मौतें हुई हैं। प्रोफेसर बेंजामिन मेज़र ने कहा कि मार्च 2020 की इस तरह की मानसिकता को लागू करने का कोई मतलब नहीं है। ये सोचना ही गलत है कि सिर्फ कोरोना निमोनिया ही मार सकता है। जबकि हम जानते हैं कि टीकाकरण के बाद के युग में, कोरोना से मौतों में सभी प्रकार की चिकित्सा जटिलताएं होती हैं।
खतरनाक नए वेरिएंट की संभावना कम
चीन का राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग फिलहाल तो अमेरिका और कुछ महामारी विज्ञानियों द्वारा वायरस के म्यूटेट होने की संभावना पर उठाई गई चिंताओं पर ध्यान नहीं दे रहा है। आयोग का तर्क है कि खतरनाक नए वेरिएंट की संभावना कम है। एशिया पैसिफिक सोसाइटी ऑफ क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी एंड इंफेक्शन के अध्यक्ष पॉल तम्याह ने भी उस दृष्टिकोण का समर्थन किया है और कहा है कि संभावना यह है कि वायरस हर अन्य वायरस की तरह व्यवहार करेगा। बहरहाल, अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता कि क्या होने वाला है।