शोध में बड़ा खुलासा: न्यूयॉर्क में भयानक होंगे हालात, हो सकते हैं इतने लोग संक्रमित

कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया मे बरप रहा है। इसे लेकर हर दिन नए-नए प्रयोग हो रहे हैं। अब एंटीबॉडी शोध की बात सामने आई है। शोधकर्ताओं ने मरीजों में संक्रमण के 10-15 दिन में ही कोरोना वायरस के लिए बनने वाली न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी ढूंढ ली थी, जिनका स्तर बाद तक भी स्थिर ही रहा। युवा मरीजों में कम एंटीबॉडी के चलते उनके दोबारा संक्रमित होने की आशंका पर शोधकर्ताओं ने गहराई से अध्ययन की जरूरत बताई है।

Update: 2020-04-24 05:17 GMT

नई दिल्ली : कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया मे बरप रहा है। इसे लेकर हर दिन नए-नए प्रयोग हो रहे हैं अब एंटीबॉडी शोध की बात सामने आई है। शोधकर्ताओं ने मरीजों में संक्रमण के 10-15 दिन में ही कोरोना वायरस के लिए बनने वाली न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी ढूंढ ली थी, जिनका स्तर बाद तक भी स्थिर ही रहा। युवा मरीजों में कम एंटीबॉडी के चलते उनके दोबारा संक्रमित होने की आशंका पर शोधकर्ताओं ने गहराई से अध्ययन की जरूरत बताई है।

 

न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्योमो ने बृहस्पतिवार को बताया कि कोरोना वायरस से जुड़े एंटीबॉडी सर्वे में 14% लोगों के शरीर में ही इस संक्रमण से लड़ने के लिए एंटीबॉडीज मौजूद हैं। क्योमो के मुताबिक इसका मतलब ये हुआ कि सिर्फ न्यूयॉर्क में 27 लाख लोग संक्रमित हो सकते हैं। पहले से अमेरिका की हालत कोरोना से पस्त है ऐसे में ये सर्वे और भी परेशान करने वाला है।

 

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इधर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके समर्थन में 'ओपन अमेरिका अगेन' के जरिए लॉकडाउन हटाने के आंदोलन चल रहे हैं, वहीं कोरोना संक्रमण से सबसे बुरी तरह प्रभावित न्यूयॉर्क में स्थिति और भी गंभीर है। एंड्रयू क्योमो बताया कि एंटीबॉडीज को लेकर किए गए इस सर्वे में 3000 लोगों ने हिस्सा लिया था।

 

इसके अनुसार, न्यूयॉर्क में संक्रमण से मरने वालों का औसत 0.5% है जो कि कई वैज्ञानिकों के दावों से कम है, ये खुशी की खबर है। न्यूयॉर्क के लोगों में संक्रमण का डर 13.9% पायी गयी है। इस सर्वे में ज्यादातर लोग एसेंशियल सर्विसेज से जुड़े थे जो कि लॉकडाउन के बावजूद रोज़ घरों से बहार निकल रहे हैं। इसका रिजल्ट ये रहा कि ऐसे लोग ही एंटीबॉडीज के मामले में पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि घरों में बैठे ज्यादातर लोग नेगेटिव रहे।

एंड्रयू क्योमो ने इस शोध के बाद कहा कि न्यूयॉर्क में जारी लॉकडाउन को ख़त्म करने में मदद मिल रही है। जल्द ही न्यूयॉर्क के उन हिस्सों को खोला जाएगा जहां इन्फेक्शन रेट कम है। आने वाले दिनों में इस रिसर्च का सैम्पल साइज़ बढ़ाने की जरूरत हैं। जिससे किसी भी कम्युनिटी में वायरस के फैलने के ट्रेंड पर नज़र रखी जा सके।जो अच्छा संकेत हो सकता हैं।

 

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इससे पहले ट्रंप ने कोरोना संक्रमण को अमेरिका की ज़मीन पर हमला कहा हैं। चीन की तरफ इशारा करते हुए कहा कि' विश्व के इतिहास में हमारी अर्थव्यवस्था सबसे बड़ी रही है, चीन से बेहतर, किसी भी अन्य देश से। ऐसे इसे प्रभावित करने के लिए 'हम पर हमला हुआ। यह हमला था। यह कोई फ्लू नहीं था। कभी किसी ने ऐसा कुछ नहीं देखा, 1917 में ऐसा आखिरी बार हुआ था।' उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन वैश्विक महामारी से प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हुए लोगों और उद्योगों की मदद के लिए सामने आया है।'

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