Elon Musk : निशाचर एलोन मस्क अब ज्यादा सोएंगे, जानिए क्यों किया ऐसा
Elon Musk: एलोन मस्क का कहना है कि कम सोने और अधिक काम करने की उनकी कोशिश के दिन खत्म हो गए हैं।
Elon Musk : अरबपति एलोन मस्क रात रात भर जाग कर काम करने के लिए मशहूर हैं। लेकिन अब मस्क ने कहा है कि कम सोने से उनको कोई फायदा नहीं हो रहा सो अब वह कम से कम 6 घण्टे रोजाना सोएंगे।
एलोन मस्क का कहना है कि कम सोने और अधिक काम करने की उनकी कोशिश के दिन खत्म हो गए हैं। टेस्ला, स्पेसएक्स और ट्विटर के सीईओ ने पिछले साल खुद को "निशाचर" बताया था। मस्क पूरी रात काम करने और फिर अपने डेस्क के नीचे सोने के लिए जाने जाते हैं।अब उन्होंने कहा है कि वह हर रात कम से कम छह घंटे सोने का प्रयास करते हैं।
दिमाग बोझिल रहता है
एलोन मस्क ने कहा - "मैंने कम सोने की कोशिश की है, लेकिन भले ही मैं ज्यादा घंटे जागता हूं, लेकिन मैं कम काम कर पाता हूं।और अगर मुझे हर रात छह घंटे से कम नींद मिलती है तो मस्तिष्क बोझिल रहता है।"
मस्क अक्सर प्रति सप्ताह सात दिन काम करते हैं और प्रति वर्ष केवल "दो या तीन" दिन की छुट्टी लेते हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने कर्मचारियों से ऐसे व्यवहार की नकल करने या इसे आदर्श बनाने की अपेक्षा नहीं करते हैं।
कम नींद यानी बीमारी को बुलावा
कितना सोना चाहिए, इसकी आदर्श मात्रा हर इंसान के लिए अलग अलग होती है लेकिन रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, 18 से 60 वर्ष के अधिकांश वयस्कों को रात में कम से कम सात घंटे सोना चाहिए। नींद की कमी से हृदय रोग, गुर्दे की बीमारी, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, स्ट्रोक, मोटापा और अवसाद हो सकता है। बहुत देर तक जागते रहने से इंसान का शरीर नशे की स्थिति की नकल करने लगता है।
बिल गेट्स ने भी बदल दी लाइफस्टाइल
कई अन्य कॉरपोरेट दिग्गजों ने हाल के वर्षों में पर्याप्त नींद लेने के महत्व पर ध्यान दिया है। बिल गेट्स ने एक बार अपनी ऐसी लाइफस्टाइल का जिक्र किया था, जिसमें कोई छुट्टी का समय नहीं था और दोस्तों और सोशल लाइफ की बहुत कमी थी। अब वह रोजाना कम से कम सात घंटे की नींद लेते हैं। गेट्स ने 2019 में एक ब्लॉग में लिखा था कि कभी भी आठ घंटे की नींद न लेने के कारण उनको बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है।
अरबपति जेफ बेजोस ने कहा है कि अमेजन चलाते समय उन्होंने नींद को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा था कि "आठ घंटे की नींद मेरे लिए एक बड़ा अंतर है, और मैं इसे प्राथमिकता बनाने के लिए कड़ी मेहनत करता हूं। मेरे लिए, ऊर्जावान और उत्साहित महसूस करने के लिए यह आवश्यक है।"
सतर्क हो जाइए
शोध बताते हैं कि प्रति सप्ताह 55 घंटे से अधिक काम करने से हृदय रोग और स्ट्रोक होने की संभावना बढ़ सकती है। वर्क ओवरलोड आपके रिश्तों और नौकरी के प्रदर्शन में बाधा बन सकता है।