भीषण नरसंहार से कांप उठा ये देश, चाकू-छुरे से सैकड़ों लोगों की हत्या, लाशों के लगे ढेर
इथोपिया में बीते कुछ समय से प्रधानमंत्री आबी अहमद की सरकार और क्षेत्रीय पार्टियों के बीच सियासी जंग चल रही है। अभी पिछले साल ही अबी अहमद को शांति का नोबल पुरस्कार मिला था।
नई दिल्ली: इथोपिया में एक दिल दहला देने घटना सामने आई है। यहां के एक शहर में सुरक्षाबलों और उनके सहयोगियों ने सैकड़ों निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया है।
चाकू-छुरे से लोगों की हत्याएं की गई हैं। ये जानकारी इस घटना में ज़िंदा बचे हुए लोगों ने दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिस शहर में ये वारदात हुई है।
उसका नाम Mai-Kadra है। वहां पर 9 नवंबर को इस नरसंहार को अंजाम दिया गया था। इस हमले में ज़िंदा बचे लोगों ने बताया घटना के बाद कई दिन तक शव जमीन पर ही पड़े हुए थे।
गद्दार पाकिस्तान दबा लोन तले, अब चीन की मदद से करने जा रहा ये काम
मानवाधिकार संगठन ने कही ये बात
कई लोगों की हत्याएं तो रस्सियों से गला दबाकर की गई थी। पिछले महीने ही मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने आगे आकर कहा था कि इस नरसंहार में काफी अधिक जान माल का नुकसान हुआ है।
दरअसल इथोपिया में बीते कुछ समय से प्रधानमंत्री आबी अहमद की सरकार और क्षेत्रीय पार्टियों के बीच सियासी जंग चल रही है। अभी पिछले साल ही अबी अहमद को शांति का नोबल पुरस्कार मिला था।
वैक्सीन लगने के बाद भी खतरा! पहनना पड़ेगा मास्क, इसलिए करना होगा ऐसा
अल्पसंख्यकों को बनाया गया निशाना
इथोपिया के मानवाधिकार आयोग की तरफ से बताया गया कि टिग्रेयन सुरक्षाबल और उनके सहयोगियों ने देश के सबसे बड़े एथनिक ग्रुप अमहारा पर धावा बोला था।, टिग्रे क्षेत्र में ये अमहारा अल्पसंख्यक हैं।
जबकि टिग्रेयन रिफ्यूजियों के मुताबिक उन लोगों पर ही केंद्रीय सुरक्षाबलों और अमहारा के क्षेत्रीय सैनिकों ने अटैक किया था। बाद में एमनेस्टी ने भी कहा कि संभव है कि दोनों ही तरफ के निर्दोष लोगों की हत्याएं हुई हो।
वैक्सीन लगने के बाद भी खतरा! पहनना पड़ेगा मास्क, इसलिए करना होगा ऐसा