CAG GC Murmu: पहली बार मिला बहुमत, कैग प्रमुख गिरीश चंद्र मुर्मू फिर चुने गए WHO के बाहरी ऑडिटर
CAG GC Murmu:जिनेवा में 76वीं विश्व स्वास्थ्य सभा का चुना 29 मई, 2023 को समापन हुआ था। इस चुनाव में पहली बार भारी बहुमत से भारत के सीएजी को दोबार WHO के बाहरी लेखा परीक्षक चुना गया है।
CAG GC Murmu: नियंत्रक और महालेखा परीक्षक गिरीश चंद्र मुर्मू को एक बार फिर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के बाहरी लेखा परीक्षक के रूप में चुना गया है। मुर्म भारी बहुमत से बाहरी लेखा परीक्षक चुने गये हैं। वह इस पद पर 2024 से लेकर 2027 तक रहेंगे। हालांकि गिरीश चंद्र मुर्मू अभी भी WHO के बाहरी लेखा परीक्षक के रुप में काम कर रहे हैं। यह कार्यकाल 2023 में समाप्त होगा। मुर्मू के दोबारा WHO के बाहरी लेखा परीक्षक के रूप में चुने जाने की जानकारी कैग ने दी।
पहली बार हासिल हुआ पूर्ण बहुमत
कैग ने एक बयान में कहा कि जिनेवा में 76वीं विश्व स्वास्थ्य सभा का चुना 29 मई, 2023 को समापन हुआ था। इस चुनाव में पहली बार भारी बहुमत से भारत के सीएजी को दोबार WHO के बाहरी लेखा परीक्षक चुना गया है। मुर्मू को इस पद पर 156 में से 144 वोट मिले,जबकि बहुमत के लिए उनहत्तर मतों की आवश्यकता थी।
जिनेवा में भारतीय मिशन ने ट्वीट कर दी बधाई...
Congratulations CAG, India! ??
World Health Assembly re-elects Comptroller and Auditor General of India Shri Girish Chandra Murmu as the External Auditor of @WHO for 2024-27. 114 Member States out of 156 States present and voting reposed their trust in CAG, India.— India at UN, Geneva (@IndiaUNGeneva) May 29, 2023
जिनेवा में भारतीय मिशन ने ट्वीट कर कहा कि बधाई CAG, भारत! विश्व स्वास्थ्य सभा ने भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक गिरीश चंद्र मुर्मू को 2024-27 के लिए @WHO के बाहरी लेखा परीक्षक के रूप में फिर से चुना। 156 राज्यों में से 114 सदस्य राज्यों ने उपस्थित होकर मतदान किया और CAG में अपना विश्वास जताया।
कौन है सीएजी जीसी मुर्मू?
गिरीश चंद्र मुर्मू का तालुक ओडिशा राज्य से है। वह 1985 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस हैं। उन्होंने ओडिशा के उत्कल विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में डिग्री हासिल की। उसके बाद वह बर्मिंघम विश्वविद्यालय से एमबीए की किया। मुर्मू 8 अगस्त 2020 को भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक के रूप में पद संभाला था। इससे पहले वह केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के पहले उपराज्यपाल थे। उनके पास विभिन्न विभागों का लंबा अनुभव है। वे व्यय विभाग के सचिव, वित्तीय सेवा विभाग और राजस्व विभाग में विशेष और अतिरिक्त सचिव और व्यय विभाग में संयुक्त सचिव सहित भारत सरकार में विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं।
मयूरभंज में हुआ जन्म, इन पदों पर हैं शामिल
गिरीश चंद्र मुर्मू का जन्म 21 नवंबर, 1959 को ओडिशा के मयूरभंज जिले में हुआ। गिरीश की शादी डॉ स्मिता मुर्मू से हुए। उनकी एक एक बेटी रुचिका और एक बेटा रूहान है। मुर्मू संयुक्त राष्ट्र के बाहरी लेखापरीक्षकों के पैनल के साथ-साथ सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्थानों के अंतर्राष्ट्रीय संगठन (INTOSAI) और ASOSAI के शासी बोर्ड का सदस्य है। इसके अलावा वह इंटोसाई नॉलेज शेयरिंग कमेटी, आईटी ऑडिट पर इसके वर्किंग ग्रुप और कंप्लायंस ऑडिट सब-कमेटी के अध्यक्ष हैं।