Iran Hijab Protest: सोमवार से ईरान में तीन दिन की हड़ताल, प्रदर्शनकारियों ने की लोगों से अपील

Iran Hijab Protest: ईरान में तीन दिनों के हड़ताल का ऐलान किया गया है। हिजाब विरोधी प्रदर्शनों में अब तक 470 प्रदर्शनकारी मारे जा चुके हैं, जिनमें 64 नाबालिक भी शामिल हैं। हिंसक झड़प में 61 सुरक्षाकर्मियों भी हताहत हुए हैं।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-12-05 07:50 GMT

Iran Hijab Protest (Image: Social Media)

Iran Hijab Protest: शिया मुस्लिम देश ईरान हिजाब विरोधी प्रदर्शन से त्रस्त है। लंबे समय बाद ईरानी हुकुमत को इस तरह के व्यापक विरोध – प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है। जो तमाम सख्तियों के बावजूद थमने का नाम नहीं ले रहा। ईरानी आवाम के बीच कुख्यात मॉरैलिटी पुलिस के बंद होने की अफवाहों के बीच सोमवार से देश में तीन दिनों के हड़ताल का ऐलान किया गया है। प्रदर्शनकारियों ने जनता से इस हड़ताल को सफल बनाने को लेकर अपील की है।

22 साल की कुर्द महिला स्टूडेंट महसा अमिनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद पूरे ईरान में प्रदर्शन भड़क उठे थे। बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं हिजाब और मॉरैलिटी पुलिसिंग के विरूद्ध सड़कों पर उतर गईं। 16 सितंबर को शुरू हुआ विरोध – प्रदर्शनों का दौर अब तक जारी है। पुलिस की तमाम ज्यादतियों के बावजूद लोगों का हौंसला नहीं टूटा है।

प्रदर्शनकारियों ने हड़ताल की अपील की

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी बुधवार को छात्र दिवस के मौके पर तेहरान विश्वविद्यालय जा सकते हैं। इस दौरान वह छात्रों को संबोधित भी कर सकते हैं। राष्ट्रपति के कार्यक्रम को देखते हुए प्रदर्शनकारियों ने तीन दिनों तक देश में हड़ताल की अपील की है। बुधवार को राजधानी तेहरान के आजाद चौक पर प्रदर्शनकारियों ने बड़ी रैली का ऐलान भी किया है।

नैतिकता पुलिस के खत्म होने पर अभी भी संशय

रविवार को अटॉर्नी जनरल मोहम्मद जफर मोंताजेरी ने ईरानी न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा था, नैतिकता पुलिस का न्यायपालिका से कोई संबंध नहीं है। इसलिए हम इसे खत्म कर रहे हैं। लेकिन नैतिकता पुलिस जिस आतंरिक मंत्रालय के अंतर्गत आता है, उसने अभी तक इसके बंद होने की पुष्टि नहीं की है। ईरान की सरकारी मीडिया ने कहा कि जफर मोंताजेरी नैतिकता पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी नहीं हैं।

नैतिकता पुलिस को फारसी भाषा में 'गश्त-ए-एरशाद' कहा जाता है। 2006 में इसे तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद अहमदीनेजाद ने इसकी शुरूआत की थी। मॉरल पुलिस उन लोगों और खासतौर पर महिलाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है जो देश के इस्लामी कानून के हिसाब से कपड़े नहीं पहनते या किसी भी तौर पर शरिया कानून को तोड़ते हैं।

बता दें कि ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शनों में अब तक 470 प्रदर्शनकारी मारे जा चुके हैं, जिनमें 64 नाबालिक भी शामिल हैं। हिंसक झड़प में 61 सुरक्षाकर्मियों भी हताहत हुए हैं। सरकार ने 18 हजार से अदिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।

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