Coronavirus: कोरोना की लड़ाई में भारत ने की नेपाल की मदद, भेजे 18 करोड़ रुपये के चिकित्सा उपकरण
कोरोना की लड़ाई में एकजुटता दिखाते हुए भारत ने वेंटिलेटर और एंबुलेंस सहित 18 करोड़ रुपये के चिकित्सा उपकरण नेपाली सेना को दिया है।
काठमांडू: भारत ने कोरोना वायरस (Coronavirus) की जंग में पड़ोसी देश की मदद की है। कोरोना की लड़ाई में एकजुटता दिखाते हुए भारत ने वेंटिलेटर और एंबुलेंस सहित 18 करोड़ रुपये के चिकित्सा उपकरण नेपाली सेना को दिया है। नेपाल (Nepal) में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने टुंडीखेल स्थित नेपाली सेना के मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में नेपाल के सेना प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा को ये चिकित्सा उपकरण सौंपे।
नेपाल में मौजूद भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, 'हम एक साथ कोविड-19 से लड़ रहे हैं। एकजुटता और करीबी सहयोग का भाव प्रकट करते हुए राजदूत क्वात्रा ने वेंटिलेटर और एंबुलेंस सहित चिकित्सा उपकरण आज नेपाली सेनाध्यक्ष जनरल पूर्ण चंद्र थापा को सौंपे।' इसके अलावा नेपाली सेना के प्रवक्ता ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि चिकित्सा आपूर्ति भारतीय सेना द्वारा मुहैया कराई गई है।
नेपाली सेना ने जताया आभार
नेपाली सेना (Nepali army) ने एक बयान में कहा कि भारतीय सेना द्वारा की गई चिकित्सा आपूर्ति में वेंटिलेटर, आईसीयू बिस्तर, पीपीई किट और एंबुलेंस शामिल हैं और वह कोरोना महामारी से निपटने की कोशिश में नेपाली सेना का समर्थन करने को तैयार है। साथ ही जनरल थापा ने भारतीय सेना द्वारा मुहैया कराई गई मदद के लिए नेपाली सेना की ओर से राजदूत का आभार व्यक्त किया।
28.80 करोड़ नेपाली रूपये के सामान पहुंचे
नेपाल में मौजूद भारतीय दूतावास ने बयान में कहा कि 'पड़ोसी पहले' की नीति के तहत 28.80 करोड़ नेपाली रुपये (18,01,09,000 भारतीय रूपये) के चिकित्सा उपकरण और आपूर्ति भारतीय सेना द्वारा की गई है।
इसके पहले भी कोरोना वैक्सीन दे चुकी है भारतीय सेना
आपको बता दें कि भारतीय सेना पिछले साल से ही कोरोना से निपटने में नेपाली सेना की अलग-अलग तरीके से मदद कर रही है। इसी कड़ी में भारतीय सेना ने मार्च 2021 में नेपाली सेना के लिए 'कोविशील्ड' टीके की एक लाख खुराक भेजी थी।
नेपाल में 6 लाख से ज्यादा पहुंचा कोरोना संक्रमण
रिपोर्ट में मुताबिक नेपाल (Nepal Coronavirus Update) में बृहस्पतिवार को 2,874 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या छह लाख पार कर गई। इस दौरान 59 और लोगों की संक्रमण से मौत हुई है। नेपाल में अबतक 8,238 लोगों की जान महामारी में जा चुकी है और इस समय 77,858 मरीजों का इलाज जारी है।