इस मुस्लिम धर्मगुरु के समर्थकों पर पुलिस ने बरसाईं गोलियां, 6 की मौत, मचा हड़कंप

जकार्ता पुलिस प्रमुख फादिल इमरान ने इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह घटना आधी रात के बाद एक राजमार्ग पर घटी। इमरान ने कहा कि रिजिक शिहाब के समर्थकों ने अलग अलग तरह के हथियारों जैसे पिस्तौल, दरांती और समुराई तलवार से पुलिस पर हमला कर दिया।

Update: 2020-12-07 15:36 GMT
इंडोनेशिया में भीषण गोलीबारी हुई है। इस गोलीबारी में इंडोनेशियाई इस्लामिक धर्मगुरू रिजीक शिहाब के छह समर्थकों की जान चली गई है।

नई दिल्ली: इंडोनेशिया में भीषण गोलीबारी हुई है। इस गोलीबारी में इंडोनेशियाई इस्लामिक धर्मगुरू रिजीक शिहाब के छह समर्थकों की जान चली गई है। पुलिस को अब डर रहा है कि इस हिंसा के बाद अधिकारियों और मुस्लिमों के बी तनाव बढ़ सकता है।

जकार्ता पुलिस प्रमुख फादिल इमरान ने इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह घटना आधी रात के बाद एक राजमार्ग पर घटी। इमरान ने कहा कि रिजिक शिहाब के समर्थकों ने अलग अलग तरह के हथियारों जैसे पिस्तौल, दरांती और समुराई तलवार से पुलिस पर हमला कर दिया।

पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि हथियारों का भी प्रदर्शन किया। पुलिस की तरफ से बताया गया कि विवादास्पद और राजनीतिक रूप से प्रभावशाली मौलवी ने कई सामूहिक समारोह मेंकोरोना वायरस का प्रोटोकॉल भी तोड़ा है। पुलिस कोरोना प्रोटोकाल तोड़ने को लेकर मौलवी की जांच कर रही थी। मौलवी को पुलिस ने पिछले हफ्ते भी पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह नहीं गया और नहीं इस हफ्ते गया।

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घटना के समय मौलाना पढ़ रहा था नमाज

धार्मिक गुरू रिजीक के इस्लामिक डिफेंडर फ्रंट (एफपीआई) के प्रवक्ता मुनरमन ने पुलिस के आरोपों को खारिज कर दिया। प्रवक्ता ने कहा कि जब यह घटना घटी तब धर्मगुरू और उनका परिवार उस समय सुबह की नमाज पढ़ रहा था। इस दौरान कुछ अनजान लोगों ने हमला बोल दिया। उनका कहना है कि रिज़िक के छह अंगरक्षकों की हत्या अन्याय है।

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विवादों में रहता है मौलवी

55 साल का यह फायरब्रांड मौलवी 2017 में पोर्नोग्राफी को लेकर विवादों में रहा है। देश के प्रति अपमानजनक विचारधारा के साथ कई कारणों से इसको तीन साल तक सऊदी अरब में बिताने पड़े। इससे पहले मौलवी कट्टरपंथी the 212 ’आंदोलन का प्रमुख था। इसने जकार्ता के पूर्व ईसाई गवर्नर के खिलाफ जहर उगला था। इसने इस्लाम का भी अपमान किया था जिसके बाद इसे जेल में डाल दिया गया था।

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रिज़िक ने इंडोनेशिया आने के बाद नैतिक धर्मयुद्ध शुरू करने का ऐलान किया। इसके साथ ही उसने कई हस्तियों से मुलाकात की। इसके बाद राष्ट्रपति जोको विडोडो का प्रशासन बेचैन है।

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