King Charles Coronation: 'मैं यहां सेवा लेने नहीं, सेवा करने आया हूं,' ताजपोशी के बाद बोले किंग चार्ल्स
King Charles Coronation: ब्रिटेन के किंग चार्ल्स को 06 मई को वेस्टमिंस्टर एबे में ताज पहनाया गया। उन्होंने ब्रिटेन के लोगों पर न्याय और दया के साथ शासन करने का वचन दिया। यह कार्यक्रम दुनियाभर में प्रसारित किया गया।
King Charles Coronation: ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय (King Charles III) ने शनिवार (06 मई) को लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे (Westminster Abbey) में शाही ताज पहना। किंग चार्ल्स के साथ क्वीन कंसोर्ट कैमिला (Queen Consort Camilla) को भी ताज पहनाया गया। शाही ताज पहनने से पहले उन्होंने शपथ ली। शपथ में उन्होंने कहा कि, 'वह ब्रिटेन के सभी लोगों पर न्याय और दया के साथ शासन करेंगे। किंग्स चार्ल्स ने कहा, मैं यहां सेवा लेने नहीं, सेवा करने आया हूं।'
किंग चार्ल्स (King Charles News) ने ये भी कहा कि, वह ऐसे वातावरण को बढ़ावा देंगे, जहां सभी धर्मों तथा विश्वासों को मानने वाले लोग आजाद होकर रह सकें। क्वीन कैमिला ने पहले कोहिनूर वाला ताज पहनने से इनकार किया था, मगर आज उनकी ताजपोशी उसी से हुई।
'अंग्रेजों के राजा' का राज्याभिषेक
ब्रिटेन में आज 'अंग्रेजों के राजा' का राज्याभिषेक हुआ। किंग चार्ल्स तृतीय III (King Charles III) नए 'राजा' बने हैं। उनके साथ उनकी पत्नी क्वीन कैमिला की भी ताजपोशी हुई। किंग चार्ल्स III और क्वीन कैमिला की ताजपोशी ब्रिटेन के वेस्टमिंस्टर एबे चर्च में कराई गई। ब्रिटिश शाही परिवार में ऐसा 70 साल बाद हुआ है। इससे पहले 1953 में क्वीन एलिजाबेथ (Queen Elizabeth) की ताजपोशी हुई थी।
1000 साल पुरानी परंपरा का पालन
ब्रिटेन में राज्याभिषेक कार्यक्रम के दौरान 1000 साल पुरानी ताजपोशी की परंपरा का पालन किया गया। हालांकि, राज्याभिषेक कार्यक्रम के दौरान 21वीं सदी के ब्रिटेन की झलकियां देखने को मिली। बता दें, किंग चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी ब्रिटेन की राजगद्दी पर उनके काबिज होने की धार्मिक पुष्टि है। पिछले साल सितंबर महीने में क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय का निधन हो गया था, तब किंग चार्ल्स ने सत्ता संभाली थी।
मुख्य सड़क के दोनों तरफ ब्रिटेन के ध्वज लहराते रहे
किंग चार्ल्स (King Charles) का 74 वर्ष की आयु में राज्याभिषेक हुआ है। वेस्टमिंस्टर ऐबे चर्च के भीतर का नजारा बेहद खूबसूरत था। वहीं, ताजपोशी हुई। जिस रास्ते से ब्रिटिश किंग का काफिला गुजरा, वहां हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। इस दौरान मुख्य सड़क के दोनों तरफ ब्रिटेन के ध्वज लहराते नजर आए।
ताजपोशी के लिए किंग चार्ल्स III सबसे पहले राजगद्दी पर विराजमान हुए। आर्कबिशप उनके सामने झुके और उन्होंने किंग चार्ल्स के प्रति निष्ठा जताई। प्रिंस विलियम (Prince William) ने भी अपने पिता के प्रति निष्ठा जताई। आर्कबिशप ने एबे और घर से राज्याभिषेक के कार्यक्रम को देख रहे लोगों से कहा, 'वे नए राजा के प्रति अपनी निष्ठा की शपथ लें। उन्होंने लोगों से गुजारिश की, कि वे निष्ठा शपथ के लिए उन शब्दों को दोहराएं, जो वह बोल रहे हैं।'
अब 'क्वीन कैमिला' के रूप में जानी जाएंगी
ताजपोशी कार्यक्रम में 'क्वीन कैमिला' की भी ताजपोशी हुई। मगर, उन्हें शपथ लेने को नहीं कहा गया। क्वीन कैमिला की ताजपोशी के लिए क्वीन मैरी का क्राउन (Queen Mary's Crown) इस्तेमाल किया गया। इस तरह, अब कैमिला को क्वीन कंसोर्ट की बजाय क्वीन कैमिला के तौर पर जाना जाएगा। इस तरह ब्रिटेन में अब एक नए युग की शुरुआत हो गई। अब किंग के तौर पर चार्ल्स होंगे, तो क्वीन के तौर पर कैमिला होंगी।
ताजपोशी कार्यक्रम में 'क्वीन कैमिला' की भी ताजपोशी हुई। मगर, उन्हें शपथ लेने को नहीं कहा गया। क्वीन कैमिला की ताजपोशी के लिए क्वीन मैरी का क्राउन (Queen Mary's Crown) इस्तेमाल किया गया। इस तरह, अब कैमिला को क्वीन कंसोर्ट की बजाय क्वीन कैमिला के तौर पर जाना जाएगा। इस तरह ब्रिटेन में अब एक नए युग की शुरुआत हो गई। अब किंग के तौर पर चार्ल्स होंगे, तो क्वीन के तौर पर कैमिला होंगी।