Drug Pills: नशीली ड्रग की एक अरब गोलियां जब्त, बढ़ता ही जा रहा कारोबार
Drug Pills: पिछले साल पूर्वी और दक्षिण पूर्वी एशिया (East and South East Asia) में जब्त की गई मेथामफेटामाइन गोलियों की संख्या एक अरब को पार कर गई।
Drug Pills: नशीली दवाओं का कारोबार किस तरह फैला हुआ है इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि पिछले साल पूर्वी और दक्षिण पूर्वी एशिया (East and South East Asia) में जब्त की गई मेथामफेटामाइन गोलियों की संख्या एक अरब को पार कर गई। ये आंकड़ा इस क्षेत्र में अवैध नशीली दवाओं के उत्पादन और तस्करी के पैमाने और इससे लड़ने की चुनौतियों को उजागर करता है। जब एक अरब गोलियां पकड़ी गईं तो कितनी गोलियां नहीं पकड़ी जा सकीं, इसका अंदाजा भी लगा पाना मुश्किल है। संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने कहा है कि पूर्वी और दक्षिण पूर्व एशिया में जब्त किए गए मेथामफेटामाइन गोलियों (methamphetamine pills) की संख्या पिछले साल पहली बार एक अरब से अधिक हो गई।
1.008 अरब टैबलेट का वजन लगभग 91 टन होगा: UN
ड्रग्स एंड क्राइम (drugs and crime) पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (United Nations Office) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 1.008 अरब टैबलेट का वजन लगभग 91 टन होगा। ये टेबलेट्स सभी रूपों में जब्त किए गए लगभग 172 टन मेथम्फेटामाइन का एक हिस्सा था। ये 10 साल पहले जब्त की गई ड्रग्स से सात गुना अधिक था। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (United Nations Agency) के दक्षिणपूर्व एशिया (South East Aisa) क्षेत्रीय प्रतिनिधि जेरेमी डगलस (Regional Representative Jeremy Douglas) ने थाई राजधानी बैंकॉक में कहा कि - मुझे लगता है कि यह क्षेत्र सचमुच मेथामफेटामाइन में तैर रहा है। इसलिए इस समस्या को दूर करने के लिए पूर्वी एशिया द्वारा एक आमूल-चूल नीतिगत बदलाव करना होगा या यह धंधा लगातार बढ़ता रहेगा।" नशीली दवाओं का बड़े पैमाने पर दक्षिण पूर्व एशिया में सेवन किया जाता है। ये दवाएं न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग, कोरिया और जापान भेजी जाती हैं। इनकी तस्करी तेजी से दक्षिण एशिया में बढ़ रही है।
मेथामफेटामाइन का उत्पादन और तस्करी फिर से बढ़ी: डगलस
डगलस ने बताया कि, मेकांग नदी क्षेत्र और विशेष रूप से थाईलैंड, लाओस और म्यांमार में आपूर्ति अत्यधिक केंद्रित होने के कारण मेथामफेटामाइन का उत्पादन और तस्करी फिर से बढ़ गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़ा हुआ उत्पादन दवा को सस्ता और अधिक सुलभ बनाता है, जिससे लोगों और उनके समुदायों के लिए अधिक जोखिम पैदा होता है। डगलस के अनुसार, जब उन्होंने पहली बार 2002-2007 में इस क्षेत्र में काम किया, तो एक मेथ टैबलेट की कीमत अब की तुलना में पांच से छह गुना अधिक थी।
हेरोइन में परिवर्तित करने वाली कई प्रयोगशालाओं का था गढ़
मेथामफेटामाइन बनाना आसान है और इसने अफीम और इसके बाईप्रोडक्ट हेरोइन को दक्षिण पूर्व एशिया में उपयोग और निर्यात दोनों के लिए रिप्लेस कर दिया है। स्वर्ण त्रिभुज क्षेत्र, जहां म्यांमार, लाओस और थाईलैंड की सीमाएं मिलती हैं, ऐतिहासिक रूप से अफीम के लिए एक प्रमुख उत्पादन क्षेत्र था और इसे हेरोइन में परिवर्तित करने वाली कई प्रयोगशालाओं का भी गढ़ था। दशकों की राजनीतिक अस्थिरता ने म्यांमार के सीमावर्ती क्षेत्रों को बड़े पैमाने पर कानूनविहीन बना दिया है, जिसका फायदा नशीली दवाओं के उत्पादकों और तस्करों द्वारा किया जा रहा है।
नशीली दवाओं के व्यापार के खिलाफ कानून प्रवर्तन प्रयासों को फिर से शुरू करने की मूलभूत आवश्यकता
डगलस ने बताया कि नशीली दवाओं के व्यापार के खिलाफ कानून प्रवर्तन प्रयासों को फिर से शुरू करने की मूलभूत आवश्यकता है। बहुत सारे और बहुत सारे दौरे किए जा रहे हैं और व्यवसाय पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। संगठित अपराध बस मात्रा को घटाते बढ़ाते रहते हैं, बरामदगी को अधिक उत्पाद के साथ बदलते रहते हैं। डगलस ने कहा कि रासायनिक स्थिति अत्यधिक जटिल है और कोई आवश्यक रसायन जब्त नहीं किया जा रहा है और वे मुख्य रूप से लाओस के माध्यम से म्यांमार के शान राज्य में बेरोकटोक सप्लाई होते रहते हैं। इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग ऑपरेशन चल रहे हैं।
राजनीतिक परिदृश्य ने भी ड्रग्स उत्पादन में तेजी लाने का काम किया है। म्यांमार में सेना ने पिछले साल एक चुनी हुई सरकार से सत्ता हथिया ली थी और अब सैन्य शासन के दुश्मनों के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष में लगी हुई है। म्यांमार में नशीली दवाओं का उत्पादन अक्सर सशस्त्र जातीय अल्पसंख्यक समूहों से जुड़ा होता है जो कभी-कभी सरकार और एक-दूसरे से लड़ते रहते हैं।