Justice Ayesha Malik: पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज नियुक्त, सोमवार को ग्रहण की पद की शपथ
Justice Ayesha Malik: पाकिस्तान ने सोमवार को आयशा मलिक को अपनी पहली महिला सुप्रीम कोर्ट जज के रूप में शपथ दिलाई।
Justice Ayesha Malik: पाकिस्तान (Pakistan) में बदलाव की शुरुआत और ऊंचे न्यायिक पदों में महिलाओं की बराबर की भागीदारी से हो चुकी है। यह बात सोमवार को पाकिस्तान में आयोजित हुए एक शपथ ग्रहण सामरोह में देखा गया। सोमवार को जस्टिस आयशा मलिक (Justice Ayesha Malik) ने पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय की पहली महिला जज (pakistan first woman judge supreme court) के रूप में अपना पदभार ग्रहण किया और इसी के साथ पाकिस्तान ने एक और तारीख इतिहास में अपने नाम दर्ज की।
पाकिस्तान ने सोमवार को आयशा मलिक को अपनी पहली महिला सुप्रीम कोर्ट जज के रूप में शपथ दिलाई। पाकिस्तान के लिए बेहद ही ऐतिहासिक अवसर है क्योंकि अक्सर वैश्विक पटल पर कई संस्थाओं और कार्यकर्ताओं का कहना है कि पाकिस्तान में कानून आमतौर पर महिलाओं के खिलाफ होता है।
जस्टिस आयशा मलिक ने पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद स्थित एक समारोह में भाग लेते हुए अपने पद की शपथ ली (took oath) । शपथ के पश्चात आयशा मलिक अब पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय में 16 पुरुष सहयोगी जजों के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगी।
पाकिस्तान के न्यायिक क्षणों का सबसे बेहतरीन पल
आयशा मलिक का सुप्रीम कोर्ट का जज बनना पाकिस्तान के न्यायिक क्षणों का सबसे बेहतरीन पल है तथा ऐसा कर पाकिस्तान ने पूरी दुनिया के समक्ष यह प्रस्तुत किया है कि वह भी महिलाओं की भागीदारी को उतना ही देश के विकास का हिस्सा मानता है जितना कि विश्व के अन्य देश।
आपको बता दें कि जस्टिस आयशा मलिक ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अपनी शिक्षा और उपाधि प्राप्त की है तथा इसके पश्चात वह बीते दो दशकों से पाकिस्तान के पूर्वी शहर लाहौर में उच्च न्यायालय यानी लाहौर हाई कोर्ट के जज के पद पर कार्य करती रही थी। लंबे समय तक लाहौर हाई कोर्ट में जज के पद पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने आयशा मलिक को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में पदोन्नत किया है।