Indo-Pak Relation: SCO समिट में पीएम मोदी और पाक पीएम के बीच हो सकती है मुलाकात

Indo-Pak Relation: माना जा रहा है कि जुलाई में उज्बेकिस्तान के ताशकंद में होने जा रहे SCO समिट के दौरान पीएम मोदी और पाकिस्तान पीएम शहबाज शरीफ के बीच मुलाकात हो सकती है।

Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-04-18 16:52 IST

शहबाज शरीफ नरेंद्र मोदी (फोटो-सोशल मीडिया)

Pakistan: पाकिस्तान में नया निजाम आने के बाद एकबार फिर भारत-पाक संबंधों पर चर्चा होने लगी है। लंबे समय से दोनों देशों के रिश्तों पर जमीं बर्फ को पिघलाने की कवायद शुरू हो चुकी है। पाकिस्तान के नए वजीरे-ए-आजम बने शहबाज शरीफ ने सत्ता संभालने के साथ ही भारत के साथ संबंधों में बेहतरी लाने की बात कही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी थी। सूत्रों के अनुसार, द्विपक्षीय संबंधों में सुधार लाने के लिए जल्द दोनों देशों के प्रधानमंत्री के बीच किसी तीसरे मुल्क में मुलाकात हो सकती है।

ताशकंद में मुलाकात संभव?

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इमरान खान के सत्ता से जाने के बाद भारत – पाक संबंधों को फिर से बहाल करने की कोशिशें जारी है। इसी कड़ी में माना जा रहा है कि जुलाई में उज्बेकिस्तान के ताशकंद में होने जा रहे SCO समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के बीच मुलाकात हो सकती है।

मिली जानकारी के मुताबिक, 17 जुलाई को दोनों देश के नेता ताशकंद पहुंच सकते हैं। कहा ये भी जा रहा है कि यदि ये बैठक लाभप्रद साबित होता है तो पीएम मोदी पाकिस्तान स्थित कटासराज मंदिर का दौड़ा भी कर सकते हैं।

हालांकि ये दौरा भारत – पाक सीमा पर माहौल और पाकिस्तान की राजनीति में स्थिरता पर निर्भर करेगी। अगर सीमा पर सीजफायर कायम रहता है औऱ कोई बड़ी घटना नहीं होती है तब ये दौरा मुमकिन हो सकता है।

इसके अलावा पाकिस्तानी फौज का रवैया भी बेहद महत्वपूर्ण होगा। दरअसल पाक सेना ने बीते दिनों भारत के साथ व्यापारिक संबंध अच्छे करने की बात कह सबको चौका दिया था।

बता दें कि पाकिस्तान आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा का कार्य़काल नवंबर में समाप्त हो रहा है। पहले से ही एक्सटेंशन ले चुके बाजवा अभी कुछ समय और इस पद पर बने रहना चाहते हैं। वहीं पूर्व पीएम इमरान खान इन दिनों पाकिस्तान की सड़कों पर आम चुनाव करवाने को लेकर अभियान छेड़े हुए हैं। ऐसे में आने वाले दिन पाकिस्तान में सियासी स्थिरता को लेकर बेहद अहम होने वाले हैं।

पीएम मोदी की लाहौर यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2015 में अचानक पाकिस्तान पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर पहुंचक सबको हैरान कर दिया था। पीएम मोदी उस दौरान तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ के घर एक न्यौते में शरीक होने पहुंचे थे।

इससे पहले नवाज शरीफ भी 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने नई दिल्ली आए थे। दरअसल शरीफ परिवार भारत के साथ दोस्ताना संबंध की पैरोकारी करता रहा है। पीएम मोदी की लाहौर यात्रा के बाद पठानकोट एयरबेस अटैक और उड़ी हमले के बाद दोनों देशों के संबंध फिर से बेपटरी हो गए। जो अब तक वापस पटरी पर नहीं आ सके हैं।

ऐसे में पूर्व पीएम नवाज शरीफ के छोटे भाई और पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ क्या अपने भाई की तरह दोनों देशों के संबंधों में कड़वाहट कम करने में सफल हो पाते हैं या नहीं, देखने वाली बात होगी।

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