पाकिस्तान की मरियम ने इमरान को दिलाई अटल की याद, सिर्फ एक वोट से हारने पर छोड़ दी थी सत्ता

Pakistan News: पाकिस्तान मुस्लिम लीग की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने इमरान खान को दिलाई अटल की याद।

Report :  Anshuman Tiwari
Published By :  Ragini Sinha
Update: 2022-04-09 04:53 GMT
मरियम नवाज शरीफ और पीएम इमरान खान (social media)

Pakistan News: पाकिस्तान में चल रही सियासी उठापटक के बीच इन दिनों भारत की भी खूब चर्चा हो रही है। प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार अपने भाषणों में भारत की जी भरकर प्रशंसा कर रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह आजाद है और दुनिया का कोई भी देश भारत के आंतरिक मामलों में दखल नहीं दे पाता।

पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज की उपाध्यक्ष मरियम नवाज को इमरान का यह रुख काफी नागवार गुजरा है। उन्होंने इमरान खान पर तंज कसते हुए कहा है कि यदि उन्हें भारत इतना ही पसंद है तो उन्हें पाकिस्तान छोड़कर भारत शिफ्ट हो जाना चाहिए। उन्होंने इमरान को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद भी दिलाई है कि किस तरह वाजपेयी ने सिर्फ एक वोट से हारने पर सत्ता छोड़ दी थी। 

सिर्फ एक वोट से हार गए थे वाजपेयी 

इमरान खान ने शुक्रवार को पाकिस्तान की जनता के नाम अपने संबोधन के दौरान भारत का तीन बार जिक्र करते हुए कहा था कि आज दुनिया की कोई भी महाशक्ति भारत के लिए शर्ते नहीं तय कर सकती। इससे भारत की मजबूती का पता लगता है। अब इमरान के भाषण पर पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज की नेता मरियम नवाज ने तंज कसा है।

 उन्होंने कहा कि इमरान खान भारत की तो खूब प्रशंसा कर रहे हैं मगर उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद करना चाहिए। वाजपेयी की सरकार सिर्फ एक वोट से गिर गई थी मगर उन्होंने नैतिकता का पालन करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने देश के लोकतंत्र और संविधान के साथ खिलवाड़ करने का कोई प्रयास नहीं किया। इमरान भारत की तो खूब प्रशंसा कर रहे हैं मगर उन्हें वाजपेयी का वह कदम याद नहीं आ रहा है।

1996 की दिलाई याद 

दरअसल मरियम नवाज ने इमरान को 1996 की याद दिलाई है। 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई में एनडीए सबसे बड़ा गठबंधन बनकर उभरा था। राष्ट्रपति की ओर से एनडीए के नेता वाजपेयी को और सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया था मगर वाजपेयी सदन में अपना बहुमत नहीं साबित कर सके और सिर्फ 1 वोट से पिछड़ने के कारण उनकी सरकार गिर गई थी। सिर्फ 13 दिनों के कार्यकाल के बाद वाजपेयी को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था और इसके बाद कांग्रेस के समर्थन से संयुक्त मोर्चा की सरकार का गठन हुआ था। 

हालांकि संयुक्त मोर्चा की सरकार भी अपना कार्यकाल नहीं पूरा कर पाई थी और उसके बाद 1998 में देश में एक बार फिर लोकसभा के चुनाव हुए थे। इस चुनाव में वाजपेयी की अगुवाई में एनडीए को स्पष्ट बहुमत हासिल हुआ था। बाद में 1999 में जयललिता के समर्थन वापस ले लेने के कारण अटल की सरकार एक बार फिर मुसीबत में फंस गई थी। अब मरियम नवाज में इमरान खान को 1996 के उसी सियासी घटनाक्रम की याद दिलाई है।

इमरान को भारत शिफ्ट होने की सलाह 

विपक्ष की नेता मरियम नवाज ने इमरान पर तंज कसते हुए उन्हें भारत शिफ्ट होने की सलाह तक दे डाली है। उन्होंने कहा कि इमरान लगातार भारत की प्रशंसा करने में जुटे हुए हैं और यदि भारत उन्हें इतना ही पसंद आ रहा है तो उन्हें पाकिस्तानी जिंदगी छोड़कर भारत शिफ्ट हो जाना चाहिए। वे पाकिस्तान में रहकर लगातार लोकतंत्र और संविधान का गला घोंटने में जुटे हुए हैं। उन्हें पाकिस्तान को अपनी सियासी चालों से मुक्त कर देना चाहिए।

इमरान ने जी भरकर की थी तारीफ 

दरअसल पाकिस्तान में सियासी उठापटक के इस दौर में इमरान खान लगातार भारत की प्रशंसा करने में जुटे हुए हैं। उनका कहना है कि भारतीय खुद्दार कौन है और भारत के आंतरिक मामलों में कोई भी विदेशी ताकत हस्तक्षेप नहीं कर पाती। रूस पर पूरी दुनिया ने प्रतिबंध लगा रखे हैं मगर इसके बावजूद भारत लगातार उससे तेल खरीदने में जुटा हुआ है। 

भारत की विदेश नीति अपने देश की बेहतरी के लिए है जबकि पाकिस्तान आजाद विदेश नीति पर नहीं चल पा रहा है। उनका यह भी कहना है कि भारत से मेरी कोई दुश्मनी नहीं है मगर आरएसएस की विचारधारा के कारण भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बेहतर नहीं हो पा रहे हैं।

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