PM मोदी ने किया प.एशिया में बनने वाले पहले हिंदू मंदिर का शिलान्यास, जानें क्या है खास
अबू धाबी: बोछासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामी (बीएपीएस) नारायण संस्थान के नई दिल्ली में बने अक्षरधाम की प्रतिप्रकृति आबूधाबी में बनेगी। यह विश्व का अनोखा सांस्कृतिक तीर्थ है जो कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल है। रविवार (11 फरवरी) को पीएम मोदी ने इसकी आधारशिला रखी।
पीएम नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबू धाबी में बनने वाले इस पहले हिंदू मंदिर की आधारशिला रखे जाने के साक्षी बनेंगे। ऐसा ही एक मंदिर न्यूजर्सी में भी बन रहा है। यह जानकारी देते हुए बीएपीएस के प्रवक्ता ने कहा, कि पश्चिम एशिया में पत्थरों से बना यह प्रथम हिंदू मंदिर होगा।
713 मंदिरों के निर्माण करने का विश्व कीर्तिमान
दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर को ज्योतिर्धर भगवान स्वामिनारायण की पुण्य स्मृति में बनवाया गया है। यह परिसर 100 एकड़ भूमि में फैला है। इस मंदिर की विशालता के नाते ही इसे 26 दिसंबर 2007 को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में शामिल किया गया। इस संस्थान के प्रमुख स्वामी महाराज अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त आध्यात्मिक नेता हैं और बीएपीएस नारायण संस्थान के प्रमुख हैं। उन्होंने 1971 से 2007 के बीच 713 मंदिरों का निर्माण करने का भी विश्व में कीर्तिमान स्थापित किया है।
अक्षरधाम मंदिर की खासियत
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बना अक्षरधाम मंदिर 86,342 वर्ग फुट परिसर में फैला है। मंदिर 356 फुट लंबा 316 फुट चौड़ा है। यह मंदिर 141 फुट ऊंचा है। खास बात यह है कि गिनीज बुक ने पहली बार अपने विशाल धार्मिक स्थलों की सूची में किसी हिंदू मंदिर को मान्यता प्रदान की है।
30 लाख से ज्यादा भारतीय रहते हैं अबू धाबी में
अबू धाबी में भारतीय मूल के 30 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। शनिवार (10 फरवरी) की रात पीएम नरेंद्र मोदी के यहां पहुंचते ही मंदिर से जुड़े लोगों ने इससे जुड़ा साहित्य उन्हें दिया। मोदी 2015 के बाद दूसरी बार यहां आए हैं। 2015 में जब पीएम नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात गए थे। तब प्रशासन ने अल वथबा में 20,000 स्क्वेयर मीटर की जमीन मंदिर के लिए आवंटित की थी। मंदिर को निजी तौर पर अनुदान दिया जा रहा है।
55,000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा मंदिर
अबू धाबी में यह पहला हिंदू मंदिर 55,000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा। इसका निर्माण कार्य 2020 में पूरा होगा। रविवार को इसका शिलान्यास ऐतिहासिक होगा जिसमें पीएम मोदी यहां एक कार्यक्रम में मंदिर की आधारशिला रखे जाने के साक्षी बनेंगे। शिलान्यास समारोह दुबई ओपेरा हाउस में आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री इस दुबई ओपेरा हाउस में भारतीय समुदाय के साथ एक बैठक भी करेंगे। इस समारोह में 1,800 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इसके अलावा छठी विश्व सरकार के शिखर सम्मेलन में भी पीएम मोदी पर सबकी निगाहें होंगी।