Russia Plane Crash: रूस में विमान क्रैश, राष्ट्रपति के खिलाफ विद्रोह करने वाले वैगनर चीफ सहित 10 की मौत
Russia Plane Crash: रूस की राजधानी मॉस्को के में एक विमान क्रैश है गया है, जिसमें दस लोगों के मारे जाने की सूचना मिल रही है। इस विमान में रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन भी सवार थे।
Russia Plane Crash: रूस की राजधानी मॉस्को में एक विमान क्रैश है गया है, जिसमें दस लोगों के मारे जाने की सूचना मिल रही है। इस विमान में रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन भी सवार थे। रूस की विमानन एजेंसी ने वैगनर चीफ के दुर्घटनाग्रस्त विमान में सवार होने की पुष्टि की है। एजेंसी ने कहा है कि क्रैश हुए विमान के वैगनर प्रिगोझिन सवार थे, इस हादसे में उनकी मौत हो गई है।
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विमान बुधवार को रूस की राजधानी मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था, जिसमें सात यात्री और तीन चालक दल के सदस्य शामिल थे। लेकिन, विमान मॉस्को के उत्तर में टवेर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान सवार सभी लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। यह विमान हादसा किस वजह से हुआ, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। लेकिन रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि विमान के रूसी हवाई सुरक्षा बलों ने मार गिराया है।
येवगेनी प्रिगोझिन ने राष्ट्रपति के खिलाफ की थी बगावत
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बता दें कि बैगनर ग्रुप क्रेमलिन प्राइवेट आर्मी है। वैगनर ग्रुप का प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन है। येवगेनी ने इसी साल जून में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत करते हुए अपने के साथ मॉस्को की तरफ चढ़ाई कर दी थी। हालांकि बेलारूस की मध्यस्थता के बाद वैगनर ग्रुप के सैनिक पीछे हट गए थे। इससे पहले वैगनर ग्रुप के चीफ येवेगेनी प्रिगोझिन कभी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बहुत खास हुआ करते थे, उन्होने रूसी सेना के साथ मिलकर यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
कौन हैं येवगेनी प्रगोझिन
प्रिगोझिन का जन्म 1 जून 1961 में लेलिनग्राद में हुआ था। प्रिगोझिन के बचपन में ही उनके पिता की मौत हो गई थी और इसका पालन-पोषण इनकी मां ने किया। मां के बारे में बात करते हुए प्रिगोझिन बताया था कि उसकी मां एक अस्पताल में काम करती थीं। प्रिगोझिन ने प्राथमिक शिक्षा के बाद खेल अकादमी ज्वाइन कर ली थी, वह खेल में काफी अच्छा था लेकिन स्कूल खत्म होने के बाद येवगेनी प्रिगोझिन 20 साल की उम्र में ही मारपीट, डकैती और धोखाधड़ी समेत कई मामलों में वांछित हो गए। इसके बाद उन्हें 13 साल की सजा सुनाई गई. हालांकि, उन्हें 9 साल में ही रिहा कर दिया गया।