Russia Ukraine War से अब भारत भी नहीं रहा अछूता, खार्कीव में गोलीबारी में भारतीय छात्र की मौत, परिवार के संपर्क में विदेश मंत्रालय
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के खार्कीव शहर में रूसी और यूक्रेनी सैनिकों के बीच चल रहे भीषण संघर्ष में भारतीय छात्र को अपनी जान गंवानी पड़ी। मृतक छात्र नवीन कुमार कर्नाटक (student Naveen Kumar Karnataka) का रहने वाला है।
New Delhi: रूस और यूक्रेन के बीच भीषण लड़ाई (Russia-Ukraine War) जारी है। यूक्रेन पर रूसी हमले के छठे दिन भी हिंसा में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है। इस बीच वहां से एक बड़ी दु:खद खबर सामने आई है। युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे एक भारतीय छात्र की गोलीबारी में मौत (Indian student killed in firing) हो गई है।
यूक्रेन के खार्कीव शहर में रूसी औऱ यूक्रेनी सैनिकों के बीच चल रहे भीषण संघर्ष में भारतीय छात्र को अपनी जान गंवानी पड़ी। मिली जानकारी के अनुसार, मृतक छात्र नवीन कुमार कर्नाटक (student Naveen Kumar Karnataka) का रहने वाला है। घटना पर भारतीय विदेश मंत्रालय (Indian Ministry of External Affairs) ने भी दुख प्रकट किया है।
विदेश मंत्रालय ने प्रकट की संवेदना
यूक्रेन में फायरिंग (firing in ukraine) के कारण एक भारतीय छात्र की हुई मौत ने वहां फंसे अन्य भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विदेश मंत्रालय ने भी इस दुखद घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट करते हुए कहा, गहरे दुख के साथ हम पुष्टि करते हैं कि आज सुबह खार्किव में गोलीबारी (shooting in Kharkiv) में एक भारतीय छात्र की जान चली गई। मंत्रालय उनके परिवार के संपर्क में है। हम परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
जारी रहे खूनी सैन्य संघर्ष
इधर, रूस और यूक्रेन के बीच छठे दिन भी खूनी संघर्ष जारी है। रूसी सेना द्वारा यूक्रेन के शहरों पर आक्रमक हमले जारी हैं। यूक्रेनी सेना को आज एकबार फिर बड़ा झटका लगा है। यूक्रेन के एक सैन्य बेस पर हुए रूसी हमले में कम से कम उसके 70 सैनिक मारे गए हैं। रूसी सेना द्वारा राजधानी कीव, खार्कीव औऱ चेर्निहाइव जैसे शहरों में तोपों से हमले तेज कर दिए गए हैं। इन हमलों की जद में रिहाइशी इलाके भी आ चुके हैं। जिससे आम लोगों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो चुका है।
यही वजह है कि बड़ी संख्या में यूक्रेनी नागरिक देश से पलायन कर रहे हैं। यूएन ने अपने एक रिपोर्ट में बताया है कि कम से कम 10 लाख लोग यूक्रेन छोड़ अन्य देशों में शरण ले सकते हैं।
इस बीच भारत सरकार (Indian government) ने भी वहां फंसे अपने नागरिकों को निकालने की कवायद तेज कर दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Foreign Ministry spokesperson Arindam Bagchi) ने बताया कि विदेश सचिव रूस और यूक्रेन के राजदूतों से भारतीय नागरिकों के लिए तत्काल सुरक्षित मार्ग की हमारी मांग को दोहराने के लिए बुला रहे हैं जो अभी भी खार्किव और अन्य संघर्ष क्षेत्रों में शहरों में हैं। इसी तरह की कार्रवाई रूस और यूक्रेन में हमारे राजदूतों द्वारा भी की जा रही है।