Russia Crisis Update: रूस में तख्तापलट की कोशिश नाकाम, बागी वैगनर ग्रुप ने वापस लिया विद्रोह, पुतिन के इस दोस्त ने टाला संकट
Russia Crisis Update: वैगनर ग्रुप के रूसी सेना के खिलाफ जंग के ऐलान और राष्ट्रपति पुतिन द्वारा इस विद्रोह को कुचलने की बात करने के बाद देश में गृह युद्ध के आसार बन गए थे। लेकिन 24 घंटे के अंदर हालात अब बदलते नजर आ रहे हैं।
Russia Crisis Update: करीब डेढ़ साल पहले यूक्रेन पर चढ़ाई कर सेकेंड वर्ल्ड वार के बाद यूरोप में दूसरी भीषण लड़ाई शुरू करने वाला रूस भयानक आतंरिक उथल-पूथल के दौर से गुजर रहा है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण उसकी आर्थिक सेहत काफी खराब चल रही है। जंग अभी खत्म भी नहीं हुई थी कि यूक्रेन में रूसी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलकर लड़ रही प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप ने बगावत कर दिया। ग्रुप के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन के मॉस्को कूच के ऐलान ने शक्तिशाली राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की कुर्सी हिला दी।
वैगनर ग्रुप के रूसी सेना के खिलाफ जंग के ऐलान और राष्ट्रपति पुतिन द्वारा इस विद्रोह को कुचलने की बात करने के बाद देश में गृह युद्ध के आसार बन गए थे। लेकिन 24 घंटे के अंदर हालात अब बदलते नजर आ रहे हैं। वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने अपना विद्रोह वापस ले लिया है। उन्होंने रोस्तोव शहर में रूसी सेना के मुख्यालय पर जमे अपने लड़ाकों से यूक्रेन के शिविरों में लौटने का आदेश दिया है। इस ऐलान के बाद रूस में ब्लादिमीर पुतिन की तख्तापलट की कोशिश नाकाम होती नजर आ रही है।
पुतिन के इस दोस्त ने टाला संकट
अब सवाल उठता है कि राजधानी मॉस्को की ओर कूच का ऐलान कर भ्रष्ट रूसी सैन्य अफसरों के खिलाफ जंग का ऐलान करने वाला वैगनर ग्रुप अचानक पीछे क्यों हट गया। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पड़ोसी देश बेलारूस ने रूस में अचानक उत्पन्न हुए इस क्राइसिस को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई है। ब्लादिमीर पुतिन के दोस्त और उनके कट्टर समर्थक बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने इस मामले में दखल देकर स्थिति को संभाल लिया।
खबरों के मुताबिक, लुकाशेंको ने बागी प्राइवेट आर्मी वैगनर के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन से बातचीत की। उन्होंने प्रिगोझिन के सामने मॉस्को की ओर बढ़ रहे उनके लड़कों को रोकने का प्रस्ताव दिया। बदले में ये गारंटी दी कि उनके और उनके लड़ाकों के खिलाफ रूसी सरकार कोई एक्शन नहीं लेगी। वैगनर चीफ ने इस डील पर अपनी हामी भर दी और मॉस्को से तकरीबन 300 किमी पहले अपने जत्थे को रोक दिया। लुकाशेंको ने इसकी जानकारी पुतिन को भी दी, जिस पर उन्होंने अपने समकक्ष को इस काम के लिए धन्यवाद दिया।
पुतिन के ओर से समझौते पर नहीं आया कोई बयान
प्राइवेट आर्मी वैगनर के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने बेलारूस के राष्ट्रपति के साथ हुए इस समझौते की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हमारे लड़ाके वापस लौट रहे हैं, वे यूक्रेन स्थित फील्ड शिविरों में जा रहे हैं। रूसी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेशकोव ने भी शनिवार रात को ऐलान किया कि विद्रोही वैगनर समूह के खिलाफ कोई मुकदमा नहीं चलाया जाएगा। प्रिगोझिन आगे की बातचीत के लिए बेलारूस जाएंगे।
हालांकि, अभी तक राष्ट्रपति ब्लादिमीप पुतिन की ओर से इस समझौते को लेकर कोई बयान नहीं आया है। पुतिन ने कल यानी शनिवार को वैगनर के खिलाफ काफी सख्त भाषा का इस्तेमाल करते हुए उन पर पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया था। बता दें कि भाड़े के लड़ाकों वाले इस निजी आर्मी के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन पुतिन के बावर्ची हुआ करते थे। दोनों एक दूसरे को 90 के दशक से जानते थे।