Spacewalk: सुल्तान अल नेयादी ने अंतरिक्ष में चलने वाले पहले अरब अंतरिक्ष यात्री के रूप में रचा इतिहास
Spacewalk: यूएई के अंतरिक्ष यात्री सुल्तान अल-नेयादी का ऐतिहासिक स्पेसवॉक दो प्रमुख उद्देश्यों को पूरा करते हुए, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के ट्रस संरचना के स्टारबोर्ड की तरफ अंतरिक्ष के निर्वात में 7.01 घंटे तक चला। संयुक्त अरब अमीरात ऐसा 10 वां देश बन गया है
Spacewalk: यूएई के अंतरिक्ष यात्री सुल्तान अल-नेयादी का ऐतिहासिक स्पेसवॉक दो प्रमुख उद्देश्यों को पूरा करते हुए, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के ट्रस संरचना के स्टारबोर्ड की तरफ अंतरिक्ष के निर्वात में 7.01 घंटे तक चला। अल नेयादी आईएसएस के लिए दीर्घकालिक मिशन पर जाने वाले पहले अरब और अमीराती अंतरिक्ष यात्री हैं। उनके सितंबर 2023 तक अंतरिक्ष स्टेशन पर रहने की उम्मीद है।
स्पेसवॉक का अर्थ
अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक अंतरिक्ष में जब कोई व्यक्ति अपने स्पेस स्टेशन से बाहर निकलता है तो उसे स्पेसवॉक कहते हैं। अंतरिक्ष में चलना कोई आम बात नहीं है बल्कि यह एक ऐक्टिविटी कहलाती है जिसे स्पेस में गए सभी एस्ट्रोनॉट्स को पूरा करना होता है।
किसने स्पेसवॉक से बाहर निकल कर रचा इतिहास
यूएई के अंतरिक्ष यात्री सुल्तान अल नेयादी अपने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के बाहर स्पेसवॉक करके इतिहास रचा है। इंडियन स्पेस स्टेशन के बाहर स्पेस वॉक करने वाले सुल्तान अल नेयादी पहले मुस्लिम है। उन्होंने स्पेस स्टेशन के बाहर करीबन 7 घंटे बिताए। संयुक्त अरब अमीरात ऐसा 10 वां देश बन गया है जिसके नागरिक ने अंतरिक्ष में एक स्पेसवॉक की। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के बाहर अपने स्पेसवॉक के दौरान बोवेन और अल नेयादी ने स्टेशन के "स्टारबोर्ड ट्रस" पर केबल और इन्सुलेशन बिछाया। यह ISS रोल आउट सोलर एरेज़, या iROSAs की अगली जोड़ी की स्थापना के लिए था। अंतरिक्ष स्टेशन पर अब तक चार iROSA स्थापित किए जा चुके हैं और दो और अल नेयादी और बोवेन द्वारा स्थापित प्लेटफार्मों पर लगाए जाएंगे।
अल नियादी का स्पेस्वॉक के लिए चुके जाने के बाद ट्वीट “स्पेसवॉक करने वाले पहले अरब अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना जाना एक बड़ा सम्मान और जिम्मेदारी है। मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व करने और मुझसे पहले अंतरिक्ष यात्रियों की पीढ़ियों द्वारा शुरू की गई असाधारण यात्रा को जारी रखने के लिए उत्सुक हूं।”
अंतरिक्ष यात्री स्पेस वॉक पर क्यों जाते हैं
स्पेसवॉक से अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में रहते हुए अपने स्पेस स्टेशन के बाहर काम कर सकते हैं। इस दौरान एस्ट्रोनॉट कई तरह के साइंस एक्सपेरिमेंट भी करते है जिससे उन्हें पता चलता है कि अंतरिक्ष में होने से अलग-अलग चीजें हैं कैसे प्रभावित होती है। अंतरिक्ष में रहते हुए अपने स्पेस स्टेशन की मरम्मत भी कर सकते हैं।
कैसे जाते हैं अंतरिक्ष यात्री एक स्पेसवॉक पर
स्पेसवॉक पर जाना अंतरिक्ष यात्रियों के लिए खतरों से भरा कार्य होता है। स्पेस वॉक पर जाने से पहले वैज्ञानिक खुद को सुरक्षित रखने के लिए एक स्पेस सूट पहनते हैं। स्पेससूट के अंदर सांस लेने के लिए ऑक्सीजन और पानी पीने की सुविधा उपलब्ध होती है। ये गर्म से गर्म तापमान को झेलने की क्षमता रखता है। अंतरिक्ष में जाने से कई घंटों पूर्व वैज्ञानिक ये स्पेस सूट पहन लेते है जिसे उनके शरीर मेंऑक्सीजन की भरपूर मात्रा रहे और नाइट्रोजन निकल सके।
एक स्पेशल दरवाजे के द्वारा अंतरिक्ष की स्पेसवॉक में जाते हैं यात्री
अंतरिक्ष यात्री जब पूरी तरह तैयार हो जाती है तो एक स्पेशल दरवाजे से स्पेसवॉक के लिए जाती है। इस स्पेशल दरवाजे को एयर लॉक कहा जाता है। एयर लॉक में दो दरवाजे होते हैं। जब अंतरिक्ष यात्री स्पेसवॉक मिल जाते हैं तो एक दरवाजे से बाहर निकलकर उसे पूरी तरह लॉक कर देते हैं और फिर दूसरे दरवाजे से वह स्पेस में निकलते हैं। स्पेसवॉक पूरी होने के बाद स्पेशल दरवाजे से यात्री अपने स्पेस स्टेशन में वापस आते हैं।