लंदन में आतंकी हमला: कई लोग घायल, पुलिस ने बरसाई गोली-मचा हड़कंप
लंदन में संदिग्ध आतंकी देखे गए। इन आतंकियों ने कई स्थानीय लोगों को चाकूबाजी में घायल कर दिया। हालांकि स्थानीय पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गोली मार दी। आतंकी द्वारा चाकूबाजी से इलाके में हड़कंप मच गया,पुलिस ने डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
नई दिल्ली: लंदन के मेट्रोपॉलिटन इलाके में संदिग्ध आतंकी देखे गए। इन आतंकियों ने कई स्थानीय लोगों को चाकूबाजी में घायल कर दिया। हालांकि स्थानीय पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गोली मार दी। आतंकी द्वारा चाकूबाजी से इलाके में हड़कंप मच गया,पुलिस ने डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
लंदन के मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने रविवार को कहा कि एक आतंकवादी से संबंधित घटना में दक्षिण लंदन के स्ट्रीथम में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।सोशल मीडिया पर
— Alanah Murphy (@lanahmurphy) February 2, 2020
साझा किए गए वीडियो में घटनास्थल पर कई एम्बुलेंस और पुलिस की कार दिखाई दी। स्थानीय निवासी डैन स्मिथ ने बताया कि उन्होंने अपने फ्लैट के बाहर एक एम्बुलेंस हेलीकाप्टर को टोटिंग कॉमन पर उतरते देखा। कॉर्डन के पीछे भारी संख्या में सशस्त्र पुलिस भी थी। स्ट्रीथम हाई रोड एक भीड़भाड़ वाला इलाका है। पुलिस ने लोगों को इलाके से दूर रहने के लिए कहा है।
इससे पहले भी आ चुका है ऐसा मामला
घटना के करीब दो महीने पहले पुलिस ने मध्य लंदन के लंदन ब्रिज पर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी, जिसमें दो लोग मारे गए और तीन अन्य घायल हो गए थे। उस हमले में शामिल संदिग्ध उस्मान खान का संबंध पाकिस्तान से जुड़ा था। वह 10 साल पहले अपने तीन आतंकी साथियों के साथ पाकिस्तान भी गया था। वह पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ट्रेनिंग कैंप बनाना चाहता था इसलिए वह पाकिस्तान गया था।
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ब्रिटिश कोर्ट ने उस्मान को 2012 में भी आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का दोषी पाया था। ब्रिटेन के मशहूर लंदन ब्रिज के पास शुक्रवार को हुई चाकूबाजी में दो लोगों की मौत हो गई थी। वहीं स्कॉटलैंड यार्ड ने फर्जी विस्फोटक जैकेट पहने एक पुरुष संदिग्ध को घटनास्थल पर मारने की पुष्टि की थी। लंदन ब्रिज इलाके में ही जून 2017 में आईएसआईएस आतंकी हमले में 11 लोगों की मौत हो गई थी।
उस्मान आतंकवादी संगठन अल-कायदा की विचारधारा से प्रभावित था
एक विदेश मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उस्मान खान को साल 2010 में लंदन स्टॉक एक्सचेंज पर हमले की साजिश रचने का दोषी करार दिया गया था और फरवरी 2012 में वुलविच क्राउन कोर्ट ने उसे आठ साल की जेल की सजा सुनाई थी।
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उस्मान स्टोक-ऑन-ट्रेंट, कार्डिफ और लंदन के 9 कट्टरपंथी समूह का एक सदस्य था। उस्मान ने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में अपनी खानदानी जमीन पर आतंकियों के लिए ट्रेनिंग कैंप बनाने की योजना बनाई थी। 2010 में वह कट्टरपंथी समूह के सभी 9 सदस्यों में सबसे कम उम्र (19 वर्ष) का था। जस्टिस विल्की ने बताया था कि उस्मान अपने दो साथियों नजम हुसैन और मोहम्मद शाहजहां के साथ फंड इकट्ठा कर आतंकी ट्रेनिंग कैंप बनाना चाहता था।