इस्लामाबाद: पाकिस्तान में 2017 में आतंकवादी घटनाओं में उल्लेखनीय गिरावट आई है। स्थानीय मीडिया ने सोमवार को यह जानकारी दी।
समाचार पत्र 'नवईवक्त' की सोमवार की रिपोर्ट के अनुसार, "राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी प्राधिकरण (एनएसीटीए) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 2016 के 785 हमलों के मुकाबले इस साल अब तक 426 आतंकवादी घटनाएं हुई हैं।"
एनएसीटीए ने कहा कि 2001 में 110, 2002 में 56, 2003 में 88, 2004 में 159 और 2005 में 113 आतंकवादी घटनाएं हुईं।
साल 2006 में कुल 1,444 आतंकवादी घटनाएं हुईं, जबकि 2007 में 1,820 हुईं। वहीं, 2008 में 1,575 और 2009 में 1,938 हमले हुए।
साल 2010 में 2,061 हमलों के साथ आंतकवादी घटनाआ में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला। 2011 में 1,680, 2012 में1,316, 2013 में 1,571 और 2014 में 1,816 आतंकवादी हमलों की घटनाएं हुईं।
प्राधिकरण ने कहा कि 2015 में सिर्फ 1,139 आतंकवादी गतिविधियां दर्ज होने के साथ इसमें गिरावट देखने को मिली।
आतंकवादी हमलों में गिरावट का श्रेय देश में 2014 के मध्य में कबायली इलाकों में शुरू हुए अभियान 'ऑपरेशन जर्ब-ए-अज्ब' को माना जा रहा है।
पाकिस्तानी सेना ने उत्तरी वजीरिस्तान के कबायली इलाकों में देशी और विदेशी आतंकवादियों के पनाहगाह की सफाई के लिए यह अभियान शुरू किया था, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवादी हमलों में गिरावट आई है।
सेना ने पर्वतीय इलाकों और हर मौसम में खुले रहने वाले दर्रो में आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने और सैनिकों की तैनाती मजबूत करने के लिए खैबर एजेंसी क्षेत्र में भी अक्टूबर 2014 से अगस्त 2017 के बीच चार चरणों में एक अभियान शुरू किया था।
सेना ने देश के अन्य हिस्सों में आतंकवादियों और उनके स्लीपर सेल्स की धर-पकड़ के लिए ऑपरेशन राद-उल-फसाद और 'नेशनल एक्शन प्लान' भी शुरू किया है।
--आईएएनएस