Bloody land war in Sudan: सूडान जमीन के लिए जातीय संघर्ष, दो कबीलों की लड़ाई में 170 लोगों की मौत

Bloody land war in Sudan: सूडान के दक्षिणी ब्लू नाइल राज्य में जमीन के कारण जातीय संघर्ष छिड़ गया है इस आपसी लड़ाई में 170 लोगों की मौत हो चुकी है।

Report :  Network
Update:2022-10-21 11:13 IST

सूडान में जमीन की खूनी जंग: Photo- Social Media

Bloody land war in Sudan: सूडान अफ्रीका का तीसरा और दुनिया का 16वां सबसे बड़ा देश है। सुडान (Sudan) को राजनीति, संस्कृति, आर्थिक विकास का केंद्र माना जाता है। सूडान की राजधानी खारतौम है। लेकिन आज कल यहां अशांति फैली हुई है बता दें कि सूडान के दक्षिणी ब्लू नाइल (Blue Nile) राज्य में जमीन (land dispute) के कारण जातीय संघर्ष (ethnic conflict) छिड़ गया है इस आपसी लड़ाई में 170 लोगों की मौत हो चुकी है।

सूडान के अफसरों ने गुरुवार को इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि "सूडान के दो आदिवासी समुदायों के बीच यह लड़ाई दो दिन तक चली। सुडान में हुई यह हिंसक घटना हाल के महीनों में सबसे खराब में से एक है। दक्षिणी प्रांत को देश भर में उपेक्षित माना जाता है। अधिकारियों ने कहा कि बुधवार को सबसे पहले झड़पें हुईं और छिटपुट अभी भी लड़ाई जारी है। संघर्ष को कम करने की कोशिश करने के लिए इलाके में आर्मी को तैनात किया गया है।

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ब्लू नाइल पिछले महीनों में जातीय हिंसा का हुआ शिकार

जमीन के झगड़े को लेकर हुए संघर्ष में मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (United Nations Office for the Coordination of Humanitarian Affairs) (OCHA) के अनुसार, जुलाई में हुए जनजातीय (आदिवासी) संघर्षों में अक्टूबर की शुरुआत में 149 लोग मारे गए थे। पिछले सप्ताह नए सिरे से झड़पें शुरू हुईं और 13 अन्य लोग मारे गए।

ब्लू नाइल में हेट स्पीच और नस्लवाद हावी है

इससे पहले सूडान में जुलाई में जब झड़पें हुईं तो मुख्य वजह भूमि विवाद ही था। इसमें पश्चिम अफ्रीका में मूल के साथ होसा जनजाति और बर्टा लोग शामिल थे। अब गुरुवार को हौसा समाज के एक ग्रुप ने कहा कि पिछले दो दिनों में भारी हथियारों से लैस व्यक्तियों द्वारा उन पर हमला किया गया है। बताया जाता है कि ब्लू नाइल में दर्जनों विभिन्न जातीय समूहों के घर हैं, जहां हेट स्पीच और नस्लवाद अक्सर दशकों पुराने आदिवासी तनाव को भड़काते हैं।

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जमीनी विवाद में संघर्ष बन रहा है पलायन का सबसे बड़ा कारण

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (United Nations Office for the Coordination of Humanitarian Affairs) OCHA ने कहा है कि पिछले सप्ताह से हिंसा में करीब 1,200 लोगों ने पलायन किया है। अर रूसियारिस शहर के आसपास के गांव हिंसा के केंद्र में रहे हैं।

सैन्य शासकों पर सुरक्षा की कमी का आरोप

सूडान में हो रहे जमीनी संघर्ष में एक जमीनी समर्थक समूह ने कहा कि देश के सैन्य शासकों ने ब्लू नाइल में सुरक्षा की कमी की है और उन पर प्रांत में जातीय समूहों की रक्षा नहीं करने का आरोप लगाया। इससे पहले दिन में OCHA ने कहा कि पिछले सप्ताह पास के पश्चिमी कोर्डोफन प्रांत में आदिवासी संघर्ष में 19 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए। 

पश्चिम कोर्डोफन राज्य के राज्यपाल ने किया था दौरा

OCHA ने कहा कि पश्चिम कोर्डोफन राज्य के राज्यपाल ने मंगलवार को शहर का दौरा किया और स्थानीय निवासियों से बात की, ताकि पास के पहाड़ी इलाके में संघर्ष को कम किया जा सके। फिलहाल, किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। 

सूडान ने तख्तापलट का भी किया सामना, संघर्ष से अर्थव्यवस्था खतरे में

बता दें कि सूडान में पिछले अक्टूबर में तख्तापलट के बाद से उथल-पुथल मची हुई है। सूडान के तानाशाह उमर अल बशीर के समर्थकों ने देश में तख्तासपलट का ऐलान किया था। बता दें कि इससे पहले अप्रैल 2019 में बशीर की सरकार गिरा दी गई थी। जिसके बाद उन्होंने अक्टूबर 2021 में वापसी की थी। हिंसा ने सूडान की पहले से ही संघर्षरत अर्थव्यवस्था को और ज्यादा खतरे में डाल दिया है। यहां यूक्रेन में युद्ध के कारण आंशिक रूप से ईंधन की कमी से समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

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