'स्वार्थी और आत्म-केंद्रित' राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नुकसान पहुंचाते रहेंगे
नई दिल्ली : 'स्वार्थी और आत्म-केंद्रित' अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जबतक अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर लेते, तबतक वह कई समूहों को नुकसान पहुंचाते रहेंगे। यह बात टेक्सास के एक समलैंगिक शेफ क्रिस त्रपानी ने कही।
1977 में जन्मे त्रपानी जब 20 साल के थे, तब उन्हें एक केटरिंग कंपनी के साथ काम करने का मौका मिला था।
त्रपानी ने पिछले सप्ताह दिल्ली की अपनी यात्रा के दौरान बताया, "उन्होंने जिन आयोजनों में काम किया, उसमें ट्रंप भी उपस्थित हुए थे। वह लोगों से हमेशा अशिष्टि तरीके से बात करते थे, विशेषकर कामगारों से। उनका सेवा वर्ग के प्रति रुख मुझे हमेशा अखरता है।"
आठ नवंबर, 2016 को राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले ट्रंप ने पिछले साल एक समलैंगिक सैन्य प्रतिबंध प्रस्तावित किया था। ट्रंप ने उस कानून को भी वापस ले लिया था, जो समलैंगिक बच्चों को बाथरूम के चुनाव का अधिकार देता था।
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ट्रंप प्रशासन में एक समलैंगिक के रूप में संघर्ष के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, "ट्रंप जो भी कहते हैं और करते हैं उससे मुझे निरंतर दुख हुआ है। वह स्वार्थी और आत्मकेंद्रित हैं और मैं उनके जाने का इंतजार नहीं कर सकता।"
उन्होंने कहा, "जब तक वह अपना कार्यालय नहीं छोड़ते तब तक वह कुछ समूहों को नुकसान पहुंचाते रहेंगे। उन्होंने कुछ ऐसा नहीं किया जो मुझे प्रभावित कर सके, लेकिन निश्चित रूप से उन्होंने लोगों का दिल दुखाया है।"
न्यूयॉर्क से टेक्सास जाने के कदम पर उन्होंने कहा, "टेक्सास में आईडी दस्तावेजों को बदलना मेरे लिए काफी आसान था, सर्जरी के माध्यम से गुजरना भले ही यह महंगा हो, लेकिन वहां उचित इलाज हुआ।"
शेफ ने कहा, "मेरे विचार में अलाबामा और मिसिसिप्पी जैसे राज्य उन लोगों के लिए भयानक हैं, जो परिवर्तन चाहते हैं। मैं अन्य राज्यों की तुलना में टेक्सास में अधिक दोस्ताना और देखभाल वाले लोगों से मिला हूं।"
उन्होंने कहा, "हमें यह संदेश देने की जरूरत है कि सभी इंसान समान हैं और सबमें बहुत-सी चीजें समान हैं।"
यहां अपनी यात्रा के लिए, त्रपानी ने द ललित फूड ट्रक कंपनी शेफ के साथ मिलकर समलैंगिक समुदाय के सदस्यों के लिए कौशल विकास कार्यशाला आयोजित किया।
ललित सूरी हॉस्पिटैलिटी ग्रुप के कार्यकारी निदेशक केशव सूरी के नेतृत्व में इस पहल के बारे में त्रपानी ने कहा, "इस आयोजन का हिस्सा बनना मेरे लिए एक सम्मान है, जो समानता को बढ़ावा देता है और यह भोजन बनाने के लिए मेरे जुनून के साथ भी फिट बैठता है।"