भारत के लॉकडाउन पर WHO का ऐसा है रिएक्शन, कहा- यह देखना...

कोरोना से जंग जीतने के लिए भारत ने साहसिक कदम उठाया हैं। भारत के लॉकडाउन की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने तारीफ की है, लेकिन उसने आगाह भी किया किया कि अतिरिक्त आवश्यक उपायों के बिना लॉकडाउन खत्म होने के बाद कोरोना वायरस फिर से फैल सकता है।

Update: 2020-03-26 03:56 GMT

नई दिल्ली: कोरोना से जंग जीतने के लिए भारत ने साहसिक कदम उठाया हैं। भारत के लॉकडाउन की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने तारीफ की है, लेकिन उसने आगाह भी किया किया कि अतिरिक्त आवश्यक उपायों के बिना लॉकडाउन खत्म होने के बाद कोरोना वायरस फिर से फैल सकता है।

लॉकडाउन करने का बड़ा फैसला

जेनेवा में विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष ट्रेडोस ने इस बात के लिए भारत की तारीफ की कि भारत में कोरोना अपनी शुरुआती अवस्था में है, लेकिन यहां पर लॉकडाउन करने का बड़ा फैसला लिया गया। उन्होंने कहा कि भारत के पास क्षमता है और यह देखना बहुत अहम और अच्छा है कि भारत शुरुआती उपाय कर रहा है, इसके गंभीर होने से पहले इसे दबाने और नियंत्रित करने में यह मदद करेगा।

डब्ल्यूएचओ ने कहा-

शुरुआत में ही भारत में लॉकडाउन किए जाने के फैसले पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष ट्रेडोस ने कहा कि हम वास्तव में भारत में इस समय जो हो रहा है उसकी सराहना करते हैं। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि इसके फैलने से पहले ही हम इसका खात्मा कर दें। जबकि भारत में अभी सिर्फ 606 मामले ही हैं।

 

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लॉकडाउन की सफलता के बाद भी फैलने का रिस्क

3 हफ्ते के लंबे लॉकडाउन की सफलता के बाद भी भारत में वायरस के दूसरे और तीसरे चरण में फैलने के रिस्क पर है, इस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक मिशेल जे रेयान ने आगाह करते हुए कहा कि आवश्यक उपायों, जरूरी सुरक्षाओं को लागू किए बिना, देश का इससे निकलना कठिन हो जाता है। अगर फिर से वापस आता है तो यह बड़ी चुनौती होगी। हमारे पास अवसर बहुत कम हैं।

 

डॉक्टर रेयान ने देश की क्षमताओं का विस्तार करने पर जोर दिया और कहा कि भारत उन सभी चीजों को कर रहा है, लेकिन अगले चरण को टालने के लिए अन्य कई विकल्पों पर भी काम करना चाहिए। रेयान कहते है कि भारत में अविश्वसनीय क्षमताएं हैं, लेकिन कुछ अन्य चीजें भी की जानी चाहिए।आपके पास ऐसे केस को खोजने के लिए एक प्रणाली होनी चाहिए, आपको टेस्ट करना होगा। साथ ही आपको इलाज और आइसोलेट करने की अपनी क्षमता बढ़ानी होगी। क्वारनटीन की बेहतर सुविधा होनी चाहिए, अगर यह सब एक जगह होता है तो हम बेहतर कर सकते हैं।

 

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कोई एक तरीका कारगर नहीं

डब्ल्यूएचओ टास्क फोर्स के प्रतिनिधियों ने भारत का दौरा करने के दौरान पाया था कि भारत एक बड़ा देश है और किसी महामारी से निपटने के लिए कोई एक तरीका कारगर नहीं होता। भारत के नीति निर्माताओं को कई संभावित उपायों को अपनाने और गौर करने की जरूरत है।

डॉक्टर रेयान ने भारत के पुराने मामलों का जिक्र करते हुए देश के प्रणालीगत उपायों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत आज पोलियो से निजात पा चुका है। अगर भारत फिर से ग्रामीण और जिला स्तर पर काम करता है। निगरानी और स्वास्थ्य देखभाल के आवश्यक उपायों को रखते हुए व्यवस्थित रूप से करता है, तो कामयाबी हासिल की जा सकती है।

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