Yevgeny Prigozhin Death: वैगनर चीफ प्रिगोझिन की मौत के पीछे पुतिन तो नहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया हाथ
Yevgeny Prigozhin Death: बेलारूस के राष्ट्रपति की मदद से पुतिन 24 घंटे में ही संकट का समाधान करने में कामयाब हुए थे मगर उन्होंने बागियों को सख्त चेतावनी भी दी थी।
Yevgeny Prigozhin Death: वैगनर आर्मी चीफ येवगेनी प्रिगोझिन का बुधवार को प्लेन क्रैश हो गया। इस हादसे में प्रिगोझिन समेत 10 लोगों के मारे जाने की खबर है। प्लेन क्रैश में प्रिगोझिन की मौत के बाद रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन भी सवालों के घेरे में आ गए हैं। दरअसल प्रिगोझिन की अगुवाई में वैगनर आर्मी ने पुतिन के खिलाफ बगावत कर दी थी। बेलारूस के राष्ट्रपति की मदद से पुतिन 24 घंटे में ही संकट का समाधान करने में कामयाब हुए थे मगर उन्होंने बागियों को सख्त चेतावनी भी दी थी।
उनका कहना था कि हम हथियारबंद बागियों को करारा जवाब देंगे। इससे पूर्व भी एक इंटरव्यू में पुतिन ने कहा था कि वे विश्वास घात को कभी नहीं भूलते। अब वेस्टर्न मीडिया में प्रिगोझिन की मौत में पुतिन का हाथ बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइजेन ने भी प्रिगोझिन की मौत के लिए पुतिन को जिम्मेदार ठहराया है। सीआईए ने पहले ही प्रिगोझिन की हत्या की आशंका जताई थी। इस तरह इस हादसे में पुतिन की भूमिका को लेकर पूरी दुनिया में सवाल उठाए जाने लगे हैं।
प्रिगोझिन ने जून में की थी बगावत
इस साल गत 23 जून को रूस की सड़कों पर हजारों हथियारबंदी लड़ाके उतर गए थे। इन लड़ाकों ने रूस की सेना के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया था। हथियारबंदी लड़ाकों ने रूस के दक्षिणी शहर रोस्तोव पर कब्जा कर लिया था और इसके बाद उन्होंने मास्को की ओर कूच कर दिया था।
वैगनर आर्मी की इस बगावत ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन की मुश्किलें बढ़ा दी थीं और कहा जाने लगा था कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के बाद पुतिन की पकड़ कमजोर पड़ने लगी है।
पुतिन ने बागियों को दी थी सख्त चेतावनी
इस बगावत के कारण रूस में गृह युद्ध के आसार दिख रहे थे मगर ऐसे नाजुक मौके पर पुतिन ने बुद्धिमानी से काम लिया। उन्होंने बेलारूस के राष्ट्रपति की मदद ली। बेलारूस के राष्ट्रपति की मध्यस्थता के कारण प्रिगोझिन के तेवर ठंडे पड़ गए और उन्होंने अपने लड़ाकों को पीछे हटने का आदेश दे दिया।
वैसे पुतिन अपने खिलाफ सबसे बड़ा संकट टालने में जरूर कामयाब हो गए मगर उन्होंने बागियों को सख्त चेतावनी भी दी थी। उनका कहना था कि हमारी पीठ में छुरा घो॔पने वालों को सजा जरूर मिलेगी। उन्होंने हथियारबंद बागियों को करारा जवाब देने की भी चेतावनी दी थी।
पुतिन ने एक पुराने इंटरव्यू में भी कहा था कि वे विश्वासघात को कभी नहीं भूलते। इस इंटरव्यू के दौरान पुतिन से सवाल पूछा गया कि क्या वे माफ करने में सक्षम हैं? इसके जवाब में पुतिन ने कहा था कि हां लेकिन हर मामले में नहीं। उनका कहना था कि विश्वासघात को भूलना उनके लिए संभव नहीं है।
अब प्लेन क्रैश की घटना पर उठे सवाल
बगावत की इस घटना के ठीक दो महीने बाद रूस से प्लेन क्रैश की ऐसी खबर सामने आई है जिसे लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं। इस प्लेन क्रैश में प्रिगोझिन समेत 10 लोगों के मारे जाने की खबर है। प्रिगोझिन उस वेगनर आर्मी के चीफ के रूप में काम कर रहे थे जिसने पुतिन और रूसी सेना के खिलाफ बगावती तेवर दिखाए थे।
इस मामले में यह भी उल्लेखनीय है कि एक जमाने में प्रिगोझिन को पुतिन का सबसे करीबी माना जाता था और वे उनके रसोईया के रूप में भी काम कर चुके थे। वैसे बाद के दिनों में दोनों के बीच दूरियां बढ़ गई थीं और बगावत के बाद आई खबरों से खुलासा हुआ था कि हाल-फिलहाल दोनों के रिश्ते तनावपूर्ण चल रहे थे।
प्लेन क्रैश में बताया जा रहा पुतिन का हाथ
अब प्लेन क्रैश में प्रिगोझिन की मौत के बाद सोशल मीडिया में तरह-तरह के कयासों का दौर शुरू हो गया है। वेस्टर्न मीडिया ने भी पुतिन की भूमिका को लेकर सवाल उठाते हुए उन्हें प्रिगोझिन की मौत के लिए जिम्मेदार बताया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी प्रिगोझिन की मौत के लिए पुतिन को ही दोषी उठहराया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वास्तव में क्या हुआ है, लेकिन वे इस दुर्घटना को लेकर हैरान नहीं है।
सीआईए ने भी जताई थी हत्या की आशंका
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सीआईए की ओर से प्रिगोझिन की हत्या की आशंका पहले ही जताई गई थी। सीआईए के डायरेक्टर विलियम बन्र्स ने पिछले महीने कहा था कि आने वाले दिनों में प्रिगोझिन को खतरा हो सकता है।
इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि अगर मैं प्रिगोझिन की जगह होता तो खुद को लेकर काफी सतर्क रहता। हालांकि चीन की तरह रूस में भी किसी मामले का खुलासा नहीं होता मगर प्रिगोझिन की मौत के मामले में पुतिन की भूमिका सवालों के घेरे में जरूर आ गई है।