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खाली हो रहे खाते: सिर्फ बैंक मैसेज पर एक क्लिक से, हो जाएं सावधान

लॉकडाउन के चलते देशभर में जालसाज हैकर एसबीआई ग्राहकों के मोबाइल पर मैसेज भेज रहे हैं। उस मैसेज में भेजा जाने वाला लिंक हूबहू एसबीआई नेट बैंकिंग पेज की तरह ही दिखता है।

Vidushi Mishra
Published on: 11 May 2020 8:03 AM GMT
खाली हो रहे खाते: सिर्फ बैंक मैसेज पर एक क्लिक से, हो जाएं सावधान
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नई दिल्ली: देशभर में बैंकिंग से जुड़े ज्यादातर काम ग्राहक अपने घरों से ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए कर रहे हैं। तो ऐसे में ऑनलाइन बैंकिग को लेकर सावधान रहें। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को मैसेज भेजकर सतर्क किया है कि अगर आपने बीते 180 दिनों यानी छह महीनों में अपने नेट बैंकिंग पासवर्ड को अपडेट नहीं किया है तो इसे जल्द से जल्द अपडेट कर लें। ऐसे में बैंक ने अपने ग्राहकों से कहा है कि वे एसबीआई के ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर अपने बैंक खाते की जानकारी को घर बैठे अपडेट कर सकते हैं।

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लिंक हूबहू एसबीआई नेट बैंकिंग पेज की तरह

एसबीआई के अनुसार, लॉकडाउन के चलते देशभर में जालसाज हैकर एसबीआई ग्राहकों के मोबाइल पर मैसेज भेज रहे हैं। उस मैसेज में भेजा जाने वाला लिंक हूबहू एसबीआई नेट बैंकिंग पेज की तरह ही दिखता है।

इसके बाद मैसेज भेजकर बैंक ग्राहकों से उस लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है। अब अगर आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं तो आपकी सारी गोपनीय सिक्रेट जानकारी जालसाजों और हैकरों के पास पहुंच जाती है और इस तरह से वे आपके खाता बिल्कुल खाली कर देते हैं।

एसबीआई ने अपने ग्राहकों से कहा है कि अगर आपके पास ऐसा कोई मैसेज आता है तो आप उसे तुरंत इग्नोर करें और उस मैसेज को तुरंत अपने मोबाइल से डिलीट कर दें।

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सिम स्वैपिंग के जरिये ठग

वहीं बैंक के अनुसार, आपके पास ऐसा कोई मैसेज आता है तो आप इसकी जानकारी एसबीआई के दूसरे ग्राहकों को भी बता सकते हैं। तकनीक से हमारा काम आसान तो हुआ है, लेकिन इसके अपने कुछ खतरे भी हैं। कई बार जालसाज सिम क्लोनिंग या सिम स्वैपिंग के जरिये ठग देते हैं।

बैंक फ्रॉड करने वाला व्यक्ति आपके सिम का डुप्लीकेट तैयार करता है, सिम स्वैप का मतलब वह सिम बदल लेता है। फिर जालसाजी करने वाले आपके फोन नंबर से एक नए सिम का रजिस्ट्रेशन करवा लेते हैं।

ओटीपी के तहत खाते में सूंघ कर चट कर सकता

फिर इसके बाद आपका सिम बंद हो जाता है। सिम बंद होने के बाद आपके नंबर पर रजिस्टर्ड हुए दूसरे नंबर पर आने वाले ओटीपी के तहत कोई भी आपके खाते में सूंघ कर चट कर सकता।

तो अब इससे बचने के लिए अगर आपके सिम पर नेटवर्क ठीक नहीं है, या फिर आपके फोन पर कोई कॉल्स आ रही है और न ही कोई अलर्ट है तो तुरंत इसकी शिकायत अपने मोबाइल ऑपरेटर्स से करें। आपको सिम क्लोनिंग जैसे तरीकों से बचने के लिए अलर्ट क्या बहुत सतर्क रहना होगा।

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Vidushi Mishra

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