अब ऐसे होगी बच्चों की पढ़ाई, घर में बजेगी स्कूल की घंटी, शुरू हो रही यह योजना

मध्य प्रदेश में ऑनलाइन स्टडी के साथ अब स्कूल शिक्षा विभाग ने घरों में स्कूल का वातावरण यानी Atmosphere देने की तैयारी की है। स्कूल शिक्षा विभाग “हमारा घर-हमारा विद्यालय” योजना का शुभारंभ करने जा रहा है।

Shreya
Published on: 28 Jun 2020 9:27 AM GMT
अब ऐसे होगी बच्चों की पढ़ाई, घर में बजेगी स्कूल की घंटी, शुरू हो रही यह योजना
X

भोपाल: मध्य प्रदेश में ऑनलाइन स्टडी के साथ अब स्कूल शिक्षा विभाग ने घरों में स्कूल का वातावरण यानी Atmosphere देने की तैयारी की है। स्कूल शिक्षा विभाग “हमारा घर-हमारा विद्यालय” योजना का शुभारंभ करने जा रहा है, जिसके तहत अब हर घरों में स्कूल की घंटी सुनाई देगी। घंटी बजाने के बाद शिक्षक छात्रों की क्लास लेंगे। इस योजना के तहत बच्चों को घर पर ही स्कूली वातावरण में अध्यापन कराया जाएगा। अब हर घर में 6 जुलाई 2020 से स्कूल की घंटी सुनाई देगी।

यह भी पढ़ें: UP में करोड़ो का घोटाला: अब तक नही हुई गिरफ्तारी, पुलिस की नाकामी आई सामने

6 जुलाई से होगी "हमारा घर हमारा विद्यालय" योजना की शुरुआत

6 जुलाई से "हमारा घर हमारा विद्यालय" योजना की शुरुआत होने जा रही है। इस योजना के तहत टीचर्स घंटी बजाकर क्लास स्टार्ट करेंगे। हर सुबह दस बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक क्लास लगेगी। इस दौरान विषय बार एक-एक घंटे की क्लास लगाई जाएंगी। एक बजे के बाद बच्चों को छुट्टी दे दी जाएगी। हमारा घर हमारा विद्यालय योजना के तहत टीचर्स फर्स्ट से लेकर 8TH तक के स्टूडेंट्स की विषय बार तैयारी करवाएंगे।

यह भी पढ़ें: अमेरिका लगाएगा चीन पर अंकुश, तैयार किया ये प्लान, अब नहीं बचेगा ड्रैगन

शनिवार को आयोजित की जाएगी मस्ती की पाठशाला

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ दूसरी गतिविधियों के लिए भी समय सारणी यानी Time table तैयार की गई है। सोमवार से लेकर शुक्रवार तक सब्जेक्ट के हिसाब से पढ़ाई कराई जाएगी। जबकि शनिवार को स्कूली छात्र छात्राओं के लिए मस्ती की पाठशाला आयोजित की जाएगी।

यह भी पढ़ें: बड़ा आरोप: कांग्रेस की वजह से रुका लेह-मनाली सड़क निर्माण, नहीं हुआ अहम काम

माता-पिता से भी लिया जाएगा पढ़ाई का फीडबैक

योजना के तहत शिक्षक हर दिन 5 बच्चों से मोबाइल पर चर्चा करेंगे। बच्चों की पढ़ाई से संबंधित समस्याएं जानेंगे और समस्याओं को हल करने में उनकी मदद करेंगे। मोबाइल पर बच्चों से चर्चा करने के अलावा रोजाना कम से कम पांच स्टूडेंट्स के घर जाकर माता-पिता से पढ़ाई का फीडबैक लेंगे। साथ ही छात्र- छात्राओं की पढ़ाई के स्तर का आकलन भी करेंगे।

लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही बंद हैं स्कूल- कॉलेज

बता दें कि लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही स्कूल और कॉलेज को बंद रखा गया है। स्कूल बंद होने की वजह से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश मे ऑनलाइन क्लासेस की शुरुआत की है। इसी तरह कई राज्यों में सेलेब्स पूरा करने के लिए टीचर्स स्टूडेंट्स को ऑनलाइन क्लासेस दे रहे हैं।

यह भी पढ़ें: दिल्ली कोरोना पर शाह का बड़ा दावा, केजरीवाल सरकार पर लगाया ये आरोप…

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shreya

Shreya

Next Story