चीन के बदले तेवर: अब भारत को दिया ये ऑफर, आखिर क्यों कर रहा ऐसा

लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के आक्रामक रवैये के कारण काफी तनाव बना हुआ है। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच चीन ने भारत के साथ दोस्ती गहरी करने के लिए नई चाल चली है।

Shreya
Published on: 2 Jun 2020 10:05 AM GMT
चीन के बदले तेवर: अब भारत को दिया ये ऑफर, आखिर क्यों कर रहा ऐसा
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नई दिल्ली: लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के आक्रामक रवैये के कारण काफी तनाव बना हुआ है। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच चीन ने भारत के साथ दोस्ती गहरी करने के लिए नई चाल चली है।

भारत को BRI प्रोजेक्ट में शामिल होने का ऑफर

दरअसल, चीन ने भारत को आर्थिक तरक्की के लिए चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट में शामिल होने का ऑफर पेश किया है। बीआरआई चीन का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। चीन का कहना है कि इस प्रोजेक्ट में शामिल होने से भारत को आर्थिक रूप से फायदा होगा।

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भारत से संबंध सही करने के लिए दिया प्रस्ताव

चीन ने सीमा पर बढ़ तनाव को हल करने के लिए और भारत के साथ संबंध को सुधारने के लिए भारत के सामने बीआरआई का ऑफर पेश किया है। चीन का कहना है कि बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) भारत को आर्थिक तरक्की के लिए काफी मौके उपलब्ध कराएगा।

भारत को आर्थिक रूप से मिलेगा फायदा

चीनी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख के मुताबिक, चीन ने भारत को बीआरआई का ऑफर पेश किया है। जिसमें कहा गया है कि चीन के प्रस्तावित BRI प्रोजेक्ट से भारत को आर्थिक रूप से फायदा मिलेगा। चीन के बीआरआई प्रोजक्ट का मकसद देश और संबंधित क्षेत्रों का विकास करना है।

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औद्योगिक विकास के लिए अहम ये निवेश

मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में छपे लेख में आगे कहा गया है कि बुनियादी सुविधाओं में निवेश करने के बाद भारत को इस प्रोजेक्ट से बड़े अवसर उपलब्ध होंगे और इससे भारत में निवेश बढ़ेगा। भारत के औद्योगिक विकास के लिए ये निवेश काफी अहम साबित होगा।

इस वजह से तरक्की में आ रही बाधा

महाराष्ट्र टाइम्स में छपी एक खबर के अनुसार, चीन का कहना है कि पिछले कुछ सालों से भारत की इकोनॉमी तेजी से बढ़ रही है। लेकिन बुनियादी सुविधाएं पर्याप्त रूप से विकसित ना होने की वजह से उसकी तरक्की में बाधा उत्पन्न हो रही है। भारत में 1991 से आर्थिक सुधार तो हुए हैं, लेकिन आर्थिक संकट, व्यापार नुकसान, महंगाई का संकट भी है।

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बड़े पैमाने पर भारत की परेशानियाम हो जाएंगी खत्म

चीन का कहना है कि भारत के इस प्रोजेक्ट में निवेश करने से बड़े पैमाने पर उसकी परेशानियां खत्म हो जाएंगी। कोरोना महामारी संकट के बाद सभी आर्थिक विकास के लिए प्रयास करने वाले हैं। इसलिए हिंद महासागर और अगल-बगल का परिसर BRI प्रोजेक्ट के लिए उपयुक्त है।

भारत ने ठुकराया प्रस्ताव

वहीं भारत ने इसके पहले ही बीआरआई प्रोजेक्ट में सहभागी बनने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। भारत का कहना है कि चीन का ये प्रोजेक्ट संप्रभुता और सार्वभौमिकता के खतरा है।

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